ग्रंथमाला : आचारधर्म (हिन्दू आचारोंका अध्यात्मशास्त्र)
आनंदमय जीवन व्यतीत करते हुए मनुष्य ईश्वरप्राप्ति की दिशा में आगे बढे, इसके लिए हिन्दू धर्म में विविध आचार बताए गए हैं। काल के प्रवाह में हिन्दू इन आचारों को भूल गए, इसलिए उनका अध:पतन हो रहा है। इस अध:पतन को रोकने हेतु यह ग्रंथमाला पढें।