Ram Navami Ayodhya : श्रीराम नवमी को दोपहर १२ बजे होगा श्रीरामलला का सूर्यतिलक अभिषेक !

आनेवाली श्रीराम नवमी को अर्थात १७ अप्रैल को सूर्य की किरणें श्रीराम मंदिर में श्रीरामलला का अभिषेक करेगी । मंदिर की तीसरी मंजिल पर लगाई ‘ऑप्टोमेकॅनिकल प्रणाली’ द्वारा (यंत्र और प्रकाश की संयुक्त प्रणाली द्वारा) श्रीराम नवमी को दोपहर १२ बजे सूर्य की किरणें गर्भगृह में पहुंचेगी ।

देहली के ‘जे.एन.यू.’ विश्वविद्यालय में भगवान श्रीराम के विषय में आपत्तिजनक नारे !

‘ब्राह्मणवाद से स्वतंत्रता’, ‘आजादी’ और ‘फ्री फिलिस्तीन’ के नारे भी लगाए गए ।

श्रीराम को काल्पनिक कहनेवाली कांग्रेस द्वारा उनकी सीख अंगीकार करने का आवाहन !

देश में कांग्रेस की सरकार थी, तब रामसेतु तोडने की अनुमति मिले, इसलिए कांग्रेस ने प्रभु श्रीरामजी का अस्तित्व ही अस्वीकार कर दिया था ।

अयोध्या में प्रभु श्रीराम के दर्शन हेतु जाने से पूर्व इन बातों को समझ लें !

प्रभु श्रीराम के मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा होने के उपरांत देश-विदेश से बडी संख्या में श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन करने हेतु अयोध्या आ रहे हैं । अनेक श्रद्धालुओं को श्रीराम के दर्शन की आस लगी है । प्रतिदिन सहस्रों श्रद्धालु दर्शन हेतु आ रहे हैं ।

अयोध्या में बने श्रीराम मंदिर के विरोधकों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाए !

धार्मिक भावनाएं आहत करनेवाले, मुसलमानों की भावनाएं भडकानेवाले, दंगे कराने की धमकी देनेवाले आदि सभी घटकों पर एक विशिष्ट समयसीमा में कठोर कानूनी कार्रवाई करने की मांग हेतु वाराणसी तथा सैदपुर में जिलाधिकारी के माध्यम से माननीय केंद्रीय गृहमंत्री को ज्ञापन दिया गया ।

संपादकीय : संविधान के कथित भक्त !

कांग्रेसी श्रीराम की तो छोडिए; संविधान की भक्ति भी नहीं करते; यह अब हिन्दू जान गए हैं । इसीलिए उन्होंने केंद्र में कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा ।

उत्तर भारत में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान को उत्स्फूर्त प्रतिसाद !

अयोध्या में श्रीराम मंदिर में हुए श्रीराममूर्ति प्राणप्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर सनातन संस्था द्वारा पूरे देश में ‘श्रीराम नामसंकीर्तन’ अभियान किया गया । मध्य प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश में यह अभियान संपन्न हुआ ।

शिल्पकार अरुण योगीराज ने पोस्ट किया चांदी की हथौडी और सोने की छेनी का छायाचित्र !

उन्होंने इस पोस्ट में लिखा है कि मैंने इसी चांदी की हथौडी और सोने की छेनी से श्री रामलला के दिव्य नेत्र बनाए थे ।

श्रीराम की शोभायात्रा पर आक्रमण करनेवाले मुसलमानों के अवैध निर्माण पर चला बुलडोजर !

जब अतिक्रमण नहीं हटा, तब प्रशासन ने कार्यवाही की । घटनास्थल पर नगरपालिका के वरिष्ठ अधिकारी तथा बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी उपस्थित थे ।

पुणे विद्यापीठ में नाटक में प्रभु श्रीरामजी का अपमान करनेवाले कलाकार छात्रों को ए.बी.वी.पी. ने पीटा ! (Denigration Of Prabhu ShriRam)

विद्या की नगरी के रूप में जिसकी पहचान है, ऐसे पुणे में कला के नाम पर हिन्दुओं के देवताओं का अपमान होना लज्जाजनक है ।