देश में, गत ३ वर्षों में दलितों पर अत्याचार के १ लाख ३८ हजार से अधिक प्रकरण प्रविष्ट किए गए ! – केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले द्वारा दी गई जानकारी !
केंद्र सरकार देश की जनता को, गत ३ वर्षों में, हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के आंकडे भी बताए !
केंद्र सरकार देश की जनता को, गत ३ वर्षों में, हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के आंकडे भी बताए !
आपस में इस प्रकार की हिंसा कर लोगों की जान लेने वाले कार्यकर्ताओं की पार्टी सत्ता में होने से राज्य में कानून और सुरक्षा व्यवस्था तार तार हो जाएगी ! इस घटना के बाद अब केंद्र सरकार को बंगाल की तृणमूल काँग्रेस सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए !
हिन्दू समाज के दुकानदारों को ही जत्रोत्सव में दुकान लगाने की अनुमति दी जाए, भाजपा तथा अन्यों के द्वारा ऐसी मांग की मांग गई थी । शिवमोग्गा उत्सव समिति’ ने उनकी मांग मान ली है ।
ऐसा प्रतिपादन कर, फारुख अब्दुल्ला स्वयं के लिए सहानुभूति प्राप्त कर रहें हैं । हिन्दुओं पर किए अत्याचारों के लिए कौन उत्तरदायी हैं, यह जनता समझ चुकी है ।
कर्नाटक उच्च न्यायालय के निर्णय के पश्चात भी मुस्लिम छात्राओं ने बिना हिजाब पहने स्कूल आने से इनकार कर दिया है ।
बिहार पुनः एकबार जंगलराज की दिशा में अग्रसर हो रहा है, इससे यही दिखाई देता है !
इस देश में तथाकथित गंगा- जमुनी संस्कृति के नाम पर अभी तक हिन्दुओं पर अत्याचार करने का काम हुआ और आज भी हो रहा है । हिन्दुओं को धर्माधों की ऐसी फंसाने वाली बातें समझकर, उन्हें सत्य गंभीरता से समझाना चाहिए !
भारत में रहते हुए, कश्यप ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ कहने वालों के संबंध में बोलने के लिए कभी अपना मुंह नहीं खोला । भारतीय जनता को इसी से पता चलता है कि, कौन राष्ट्रवादी है और कौन देशद्रोही !
यदि इन धर्मांधों ने हिन्दुओं पर आक्रमण न किया होता, तो उनके अवैध निर्माण पर कार्यवाही न होती, ऐसे इस घटना से समझें क्या ?
यह पाक और चीन का भारत पर दबाव लाने का प्रयास है ! आने वाले समय में सरकार एक ही समय पाक और चीन का सामना कैसे करेगी ?