तृणमूल काँग्रेस के दो गुटों के बीच हुए विवाद के कारण घटना होने का आरोप
आपस में इस प्रकार की हिंसा कर लोगों की जान लेने वाले कार्यकर्ताओं की पार्टी सत्ता में होने से राज्य में कानून और सुरक्षा व्यवस्था तार तार हो जाएगी ! इस घटना के बाद अब केंद्र सरकार को बंगाल की तृणमूल काँग्रेस सरकार को बर्खास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए ! – संपादक
बीरभूम (बंगाल) – बीरभूम जिले में तृणमूल काँग्रेस के पंचायत नेता और बारशाल ग्राम पंचायत के उपप्रमुख भादू शेख की २१ मार्च के दिन हत्या कर दी गई । इसके बाद रात में यहां कुछ घरों को जलाया गया । इसमें १० लोग जिंदा जलकर मारे गए । स्थानीय लोगों का कहना है कि, तृणमूल काँग्रेस के एक गुट के सदस्यों ने आगजनी की; लेकिन तृणमूल काँग्रेस ने आरोप को निरस्त कर दिया ।
West Bengal | Around 10-12 houses were set on fire last night. A total of 10 dead bodies have been recovered, 7 dead bodies were retrieved from a single house: Fire officials on death of several people after a mob allegedly set houses on fire and killed a TMC leader in Birbhum. pic.twitter.com/KOW2ldlCgy
— ANI (@ANI) March 22, 2022
१. बीरभूम जिले के तृणमूल काँग्रेस अध्यक्ष अनुब्रत मंडल ने २२ मार्च के दिन दावा किया कि, हिंसा के समय आग नहीं लगाई गई थी । ‘शार्ट सर्किट’ के कारण लोगों के घरों में आग लगी और इस कारण कुछ नागरिकों की मृत्यु हो गई । २१ मार्च की रात कोई हिंसा नहीं हुई ।
२. अग्निशमन दल के एक कर्मचारी ने नाम ना बताने की जिद पर बताया कि, उन्हें आग से लगभग १० घर जले हुए दिखाई दिए । ‘हमें कुछ स्थानीय लोगों ने आग बुझाने से रोका’, ऐसा भी इस कर्मचारी ने बताया ।
३. अभी तक एक घर से ७ मृतदेह मिले हैं । वे इतनी बुरी तरह से जले हैं कि, वे पुरुष, महिला या बच्चे हैं , यह भी नहीं समझ सकते । वर्तमान में घटना स्थल पर बडी संख्या में पुलिस बल तैनात करने के साथ परिसर की नाकाबंदी की गई है ।
४. तृणमूल काँग्रेस के पंचायत नेता भादू शेख पर ४ मोटर सायकल सवारों ने आक्रमण किया था । इन आक्रमण करने वालों ने मुंह ढंक कर रखे थे । इस कारण उन्हें पहचाना नहीं जा सका है ।