देश में, गत ३ वर्षों में दलितों पर अत्याचार के १ लाख ३८ हजार से अधिक प्रकरण प्रविष्ट किए गए ! – केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले द्वारा दी गई जानकारी !

केंद्र सरकार देश की जनता को, गत ३ वर्षों में, हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के आंकडे भी बताए ! – संपादक

केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले

     नई देहली – केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने संसद को सूचित किया कि, २०१८ से २०२० की अवधि में, भारत में, दलितों के विरुद्ध अत्याचार से संबंधित कुल १ लाख ३८ हजार ८२५  अपराध प्रविष्ट किए गए । बहुजन समाज पार्टी के सदस्य हाजी फजलुर रहमान ने इस संबंध में प्रश्न किया था । राष्ट्रीय अपराध अभिलेख सूचना संस्थान की २०२१ के विवरण के अनुसार, दलितों के विरूद्ध अत्याचारों की संख्या बढकर ८,२७२ हो गई है, जो ९.३ प्रतिशत की वृद्धि दिखलाती है ।

आठवले ने आगे कहा कि,

१. वर्ष २०१८ में, ‘अत्याचार’ के ४२,७९३ प्रकरण प्रकाश में आए । वर्ष २०१९ में यह बढकर ४५ हजार ९६१ हो गया, जबकि २०२० में यह ५० हजार २९१ हो गया ।

२. वर्ष २०२० में, उत्तर प्रदेश में १२ हजार ७१४ प्रकरण प्रकाश में आए । गत ३ वर्षों में वहां सबसे अधिक, ३६,४६७ प्रकरण सामने आए । बिहार में २० हजार ९७३, राजस्थान में १८ हजार ४१८ और मध्य प्रदेश में १६ हजार ९५२ प्रकरण सामने आए ।

३. गत ३ वर्षों में, दलितों के विरुद्ध सबसे कम अपराध बंगाल में लेख्यांकित किए गए । यहां केवल ३७३, पंजाब में ४९९, छत्तीसगढ में ९२१ और झारखंड में १,८५४ प्रकरण सामने आए ।

४. गत तीन वर्षों में, दक्षिणी राज्यों में, आंध्र प्रदेश में ५,८५७, तेलंगाना में ५,१५६, कर्नाटक में ४,२७७, तमिलनाडु में ३,८३१  और केरल में २,५९१ प्रकरण सामने आए ।