मंत्रालय में भारत के विभाजन की विभीषिका दर्शाती हुई चित्र-प्रदर्शनी !
महाराष्ट्र के मंत्रालय में वर्ष १९४७ में भारत का विभाजन होकर पाकिस्तान के गठन के समय हुए भारतीयों के नरसंहार की विभीषिका दर्शाती हुई चित्र-प्रदर्शनी लगाई गई है ।
महाराष्ट्र के मंत्रालय में वर्ष १९४७ में भारत का विभाजन होकर पाकिस्तान के गठन के समय हुए भारतीयों के नरसंहार की विभीषिका दर्शाती हुई चित्र-प्रदर्शनी लगाई गई है ।
निर्माता-निर्देशक सुभाष घई के ‘कर्मा’ चलचित्र का गीत ‘ए वतन तेरे लिए’ आज भी लोगों को देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत करता है । कुछ दिन पूर्व ही देश की स्वतंत्रता के ७६ वें वर्धापन दिवस के उपलक्ष्य में इस गीत का संस्कृत संस्करण जारी किया गया है ।
आजाद मैदान में दंगा करने वाले ११ वर्षों के उपरांत भी खुले घूम रहे हैं, यह पुलिस, प्रशासन और सभी राजनीतिक पार्टियों के लिए लज्जास्पद !
राज्य सरकार का प्रशंसनीय निर्णय ! शासन ने प्लास्टर ऑफ पेरिस की गणेश मूर्तियों पर प्रतिबंध लगाकर मूर्तियां खडिया मिट्टी की होने के लिए बाध्य करना और धर्म शास्त्र के अनुसार उत्सव मनाना, यही गणेश भक्तों की अपेक्षा !
के.आर.के. ने कहा है कि मैं भारत के सभी मुस्लिमों को परामर्श दे रहा हूं कि वे धर्मांतरण कर हिन्दू बनें; क्योंकि आपका परिवार एवं बच्चों का जीवन किसी भी धर्म की अपेक्षा अधिक महत्त्वपूर्ण है ।
केवल हिन्दुओं के त्योहारों के समय ही ध्वनिप्रदूषण की गणना करना तथा मस्जिदों से प्रतिदिन चलाए जानेवाले भोंपुओं की अनदेखी करना, तो खुलेआम पक्षपात है । सरकार को संबंधित अधिकारियों पर कठोर कार्यवाही करनी चाहिए !
‘छाबडा हाऊस’ की सुरक्षा बढाई गई ! मुंबई (महाराष्ट्र) – महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दल को एक संदेहास्पद आतंकवादी के पास कोलाबा स्थित ‘छाबडा हाउस’ के छायाचित्र मिले । इस कारण मोहम्मद इमरान, मोहम्मद यूनुस खान और मोहम्मद यूनुस, मोहम्मद याकूब साकी इन आतंकवादियों को राजस्थान से बंदी बनाया है । इसके उपरांत छाबडा हाऊस उसकी … Read more
श्री. सुनील घनवट ने मुख्यमंत्री को पंढरपुर (जिला सोलापुर) में संपन्न वारकरी महाअधिवेशन का संदर्भ देकर राज्य के सभी तीर्थस्थलों को मदिरा-मांसमुक्त करने के साथ ही मंदिर न्यासियों तथा गढ-किलों के संदर्भ में किलाप्रेमी संगठनों की बैठक का आयोजन करने हेतु मांग की ।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का ब्रिटेन के उप उच्चायुक्त हरजिंदर कांग को आवाहन
चलचित्र के कुछ संवाद एवं दृश्यों के कारण लोगों की भावनाएं आहत होने की संभावना !
पुनरावलोकन समिति की स्वीकृति के उपरांत ही चलचित्र प्रदर्शित होगा !