भविष्य के १५ वर्ष में अखंड भारत दृश्यमान होगा ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

हम अहिंसा का सम्मान करते है, परन्तु हाथ में लाठी लेकर ही अहिंसा का सम्मान किया जाएगा ! – सरसंघचालक

हिन्दू भक्तों के विरोध करने के उपरांत भी, बेलूर (कर्नाटक) में मंदिर का रथ उत्सव कुरान के पाठ के साथ प्रारंभ किया गया !

क्या आपने कभी ऐसी परंपरा के बारे में सुना है कि, किसी मस्जिद या चर्च में हिन्दू वेद मंत्र से कार्यक्रम आरंभ किया गया हो ?

चेन्नई में ‘अयोध्या मंडपम’ धार्मिक स्थल का सरकारीकरण !

ध्यान दें, कि ऐसी सरकार कभी भी गिरजाघरों और मस्जिदों का सरकारीकरण करने का साहस नहीं करती !

जोडा (ओडिशा) में श्रीराम नवमी की शोभायात्रा पर धर्मांधों द्वारा आक्रमण !

ऐसी घटना रोकने के लिए, हिन्दुओं को हिन्दू राष्ट्र की स्थापना करने के अलावा अन्य कोई मार्ग नहीं है !

पंजाब में एक सिख युवक ने भगवान शिव और देवी पार्वती की मूर्तियों पर रखी चप्पल !

वर्तमान में सिख समाज ‘सिख’ को भिन्न धर्म मानता हैं; परंतु, वास्तव में वह हिन्दू धर्म का ही एक हिस्सा है । भारत में खलिस्तानवाद तीव्रता से बढने पर सिखों द्वारा हिन्दुओं का द्वेष करना, उनके श्रद्धास्थानों पर आघात करने, जैसे प्रकरण बढ गए हैं ।

साबारकांठा (गुजरात) में धर्मांधों की दहशत से हिन्दुओं द्वारा घर बेचकर पलायन करने का प्रयास !

गुजरात में भाजपा की सरकार होते हुए भी ऐसी घटनाएं होना, हिन्दुओं को अपेक्षित नहीं ! सरकार को तत्काल हिन्दुओं की रक्षा कर, उन्हें पलायन होने से रोकना होगा !

राजस्थान में घरों पर धार्मिक ध्वज फहराने पर प्रतिबंध !

राजस्थान की काँग्रेस सरकार का हिन्दूद्रोही निर्णय
ब्रिटिशों के समय जैसे प्रतिबंध लगाए गए थे, उसी प्रकार के प्रतिबंध अब काँग्रेस सरकार लगा रही है, यह ध्यान में लें !  

उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार से उत्तर मांगा !

पिछले ५० वर्षों से इस विषय में कुछ भी न करने वाली सभी पार्टियों की सरकार के लिए यह लज्जास्पद !

प्रधानमंत्री मोदीजी द्वारा शाहबाज शरीफ को बधाई ! (शुभेच्छा)

पाक के शहाबाज शरीफ द्वारा प्रधानमंत्री मोदीजी की शुभेच्छाओं का उत्तर `पाकिस्तान भारत के साथ शांतिपूर्ण संबंध रखने हेतु इच्छुक !’

मुझफ्फरनगर (उत्तरप्रदेश) में याकूब द्वारा दुर्गामाता के मंदीर में घुसकर की गई मूर्ति की तोडफोड !

हिन्दुओं के मंदिरों में घुसकर देवताओं की मूर्तियों की तोडफोड करने तक धर्मांधों की हिम्मत बढी है, ऐसे `आधुनिक गझनी’ के विरोध में तत्काल कार्रवाई करना आवश्यक !