भविष्य के १५ वर्ष में अखंड भारत दृश्यमान होगा ! – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत

हम अहिंसा का सम्मान करते है, परन्तु हाथ में लाठी लेकर ही अहिंसा का सम्मान किया जाएगा ! – सरसंघचालक

हरिद्वार (उत्तराखंड) – “सन्त एवं ज्योतिष के मतानुसार, २०-२५ वर्ष में भारत पुनः एक समय अखंड भारत होगा, परन्तु आप सभी ने मिलकर यदि इस कार्य को गति दी, तो आनेवाले १०-१५ वर्ष में अखंड भारत होगा ।” ऐसा कथन सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने यहा किया । डॉ.मोहन भागवत जी के हरिद्वार यात्रा के समय कुछ सन्तों ने उनसे देश को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करने कि मांग की ।

सरसंघचालक जी ने आगे कहा कि,

१. हिन्दू राष्ट्र, यही सनातन धर्म है । भविष्य के १५ वर्षों में हमें पुनः एक बार भारत, अखंड भारत देखने को मिलेगा ।

२. हम अहिंसा का सम्मान करते हैं, परन्तु हाथ में लाठी लेकर ही अहिंसा का सम्मान किया जाएगा । हमारे मन में द्वेष नहीं, परन्तु विश्व शक्ति को ही मानता है, तो क्या करें ?

३. सनातन धर्म का विरोध करनेवालों का भी हमें सहकार्य हैं । यदि उन्होंने विरोध नहीं किया होता, तो हिन्दू नहीं जागता, वह सोया ही रहता ।

४. धर्म का उत्थान हुआ, तो ही भारत का उत्थान होगा और इसे विरोध करनेवाले नष्ट होंगे ।

मोहन भागवत जी के पक्ष की प्रशंसा होनी चाहिए ! – संजय राउत

मोहन भागवत जी के कथन पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने प्रसार माध्यमों से स्पष्ट किया कि, ‘अखण्ड भारत का कोई स्वप्न देखता है, तो हम उसका स्वागत करेंगे । कोई भी दल इसका विरोध नहीं करेगी । मोहन भागवत जी ने जो विचार व्यक्त किए हैं, उसकी प्रशंसा होनी चाहिए । वर्ष २०१४ और २०१९ में भाजपा ने इसी सूत्र पर लोगों का मत मांगा । प्रथम पाकव्याप्त कश्मीर, उसके पश्चात पाकिस्तान, फिर अफगानिस्तान नियन्त्रण में ले और अखण्ड भारत का निर्माण करें । आपको किसी ने रोका नहीं । अखण्ड भारत अवश्य बनाएं, परन्तु प्रथम कश्मीरी हिन्दुओं की घर वापसी सम्मान और आदर के साथ होने दें ।’