तिरुपती बालाजी मंदीर में अफरातफरी के कारण ३ श्रद्धालू घायल !

तिरुपती (आंध्रप्रदेश) – यहां के व्यंकटेश्वर मंदीर में १२ अप्रैल को दोपहर में दर्शन हेतु आए श्रद्धालुओं में अफरातफरी मच गई। उस में ३ श्रद्धालू घायल हुए।

आपकी सरकार को कहों, ‘हमारा कोहिनूर हिरा लौटाओं !’

हिन्दू संस्कृति का गौरव होनेवाला कोहिनूर हीरे के सम्बन्ध में महत्वपूर्ण कथन करनेवाले सुनिल गावस्कर जी का अभिनन्दन ! अभी तक के सर्वदलीय शासनकर्ताओं ने कोहिनूर पुनः वापस लाने के लिए यथा संभव प्रयत्न नहीं किए; यह लज्जास्पद !

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही मेरा लक्ष्य है ! – प्रखर हिन्दुत्वनिष्ट विधायक टी. राजा सिंह

“मैं मृत्यु से नहीं डरता । मेरा एकमात्र लक्ष्य है हिन्दू राष्ट्र की स्थापना है”,  गोशामहल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह ने कहा ।

वायु प्रदूषण के कारण प्रत्येक मिनट में विश्व के १३ लोग मरते हैं !

सनातन धर्म की सहायता (अधिष्ठान) लेकर भौतिक प्रगति साध्य करना, यही इस भयानक वैश्विक समस्या पर एकमात्र उपाय होने का जानिए !

हल्द्वानी (उत्तराखंड) – यहां राष्ट्रध्वज से साइकिल स्वच्छ करनेवाले रफीक को बंदी बनाया !

राष्ट्रध्वज को जलाकर, फाडकर अथवा किसी अन्य प्रकार से उसका अनादर करनेवाले धर्मांध ही होते हैं, यह एक कडवा सत्य है । राष्ट्रप्रेमियों को लगता है कि ऐसी राष्ट्रद्रोही विकृति के विरुद्ध समय पर ही कठोर कार्रवाई करनी चाहिए !

श्री रामनवमी के जुलूसों पर देश के ५ राज्यों में धर्मांध कट्टरपंथियों का आक्रमण !

हिन्दू राष्ट्र में हिन्दुओं के ही धार्मिक जुलूसों पर आक्रमण करने का साहस अनेक वर्षों से चला आ रहा है । इस स्थिति को बदलने के लिए, अब हिन्दुओं को युद्ध स्तर पर संवैधानिक मार्गों से सर्वंकष प्रयास करने चाहिए ।

उत्तर प्रदेश के मेरठ में चोरों ने छीनी ’लड्डू गोपाल’ की मूर्ति !

६ किलो वजनी पीतल की मूर्ति को सोने और चांदी के गहनों से सजाया गया था ।

गोरखनाथ मन्दिर पर आक्रमण करनेवाले मुर्तझा के विदेश में इस्लामी संस्थाओं से सम्बन्ध !

भारत के क्रमांक २ के अभियांत्रिकी महाविद्यालय से शिक्षित धर्मांध के इस कृत्य से ‘धर्माधों ने कितना भी उच्च शिक्षण लिया हो, तो भी उनकी जिहादी मानसिकता जाती नहीं और उन्हें धर्म ही महत्व का होता हैं’; यह सिद्ध होता हैं ।

कोरोना समाप्त नहीं हुआ, वह कभी भी वापिस आ सकता है ! – प्रधानमंत्री मोदी

कोरोना एक बहुत बडा संकट था, और यह संकट समाप्त हुआ है, ऐसा हम कह ही नहीं सकते । अब भले ही वह न हो, परंतु `वह पुन: कब आएगा’, यह हमे पता नहीं है ।

जे.एन.यू. में श्रीरामनवमी की पूजा को लेकर अभाविप तथा साम्यवादी छात्रों के बीच मारपीट !

जे.एन.यू. विश्वविद्यालय में राष्ट्रद्रोही तथा हिंदुद्वेषी विचारधारा के छात्र एवं शिक्षकों की संख्या अधिक है। कांग्रेस के राज में इस प्रकार के लोगों को प्रोत्साहीत किया जाता था । अब भाजपा के राज में उन का तीव्र विरोध होने लगा है ।