स्वीडन में आगामी ८ जून से आयोजित की जाएगी प्रथम शारीरिक संबंधों की प्रतियोगिता !
पाश्चात्त्य देशों में नैतिकता का अधःपतन बहुत पहले ही हो चुका है । इसलिए अब ध्यान में आता है कि उसने सीमा पार कर ली है !
पाश्चात्त्य देशों में नैतिकता का अधःपतन बहुत पहले ही हो चुका है । इसलिए अब ध्यान में आता है कि उसने सीमा पार कर ली है !
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का सफल परीक्षण ! अश्वगंधा के मॉलिक्यूल के कारण ८७% से अधिक कोरोना विषाणु नष्ट करने में सहायता होना, ऐसा संशोधन से ध्यान में आया ।
अमेरिका के इतिहास में पहली बार ही हिन्दू रोगी चिकित्सालय के पलंग पर प्रार्थना कर पाएंगे । अपने इष्ट देवता की मूर्ति रख पाएंगे । अमेरिका में पहली बार ही ऐसी अनुमति दी गई है ।
यद्यपि इस शोध में भारत से केवल ४ सहस्त्र बच्चे सम्मिलित हैं, तब भी यह प्रमाण चिंता का विषय है । भारत में १० से १४ आयु के पूरे ८३ प्रतिशत बच्चों के हाथ में स्मार्टफोन है । अंतरराष्ट्रीय प्रमाण की अपेक्षा यह संख्या ७६ प्रतिशत से अधिक है ।
रात में सोते समय ६ से ८ घंटे पंखे की जोरदार हवा शरीर पर आती है । इससे शरीर में रुक्षता (सूखापन) निर्माण होती है । परिणामस्वरूप अनेक लोगों को खांसी शुरू हो जाती है ।
‘वर्तमान में गर्मियां आरंभ हो गई हैं । इस काल में शरीर का तापमान बढना, पसीना आना, शक्ति क्षीण होना आदि कष्ट होते हैं । तापमान बढने से व्यक्ति के बेसुध (उष्माघात होकर) मृत्यु को प्राप्त होने के भी कुछ उदाहरण हैं । गर्मियों में होनेवाले विविध विकारों से दूर रहने के लिए सभी को आगे बताई सावधानी रखना आवश्यक है ।
‘उष्णता के विकारों पर (उदा. शरीर पर घमोरियां होना, फुंसी होना, लघुशंका के समय जलन होना) दिन में ३ बार आधी चाय की चम्मच सनातन अडूसा चूर्ण एवं आधी चाय की चम्मच सनातन उशीर (खस) चूर्ण एकत्र कर आधी कटोरी पानी में मिलाकर पीएं । ऐसा लगभग १ से २ सप्ताह करें ।’
आयुर्वेद के चूर्ण, गोलियां, दंतमंजन, केश तेल इत्यादि औषधियों पर निश्चित समाप्ति तिथि (एक्सपायरी डेट) लिखी होती है । इस दिनांक के उपरांत औषधि लेने पर, उसका कुछ दुष्परिणाम होता है क्या ?
‘कर्नाटक राज्य वैद्यकीय पूर्ति निगम’ ने यह आदेश दिया है । इन प्रतिष्ठानों के आंख तथा कान के ड्रॉप्स, पाउडर, गोलियां, सुई, इंजेक्शन, हैंड सॅनिटाइजर, विटॅमिन सी की गोलियां तथा सर्जिकल ग्लोव निकृष्ट स्तर के पाए गए हैं ।
वाहन के बाहर गोबर लगाने से अंदर गर्मी नहीं जाती । इस कारण वाहन अंदर से ठंडा रहता है, ऐसा विशेषज्ञों का भी कहना है ।