सनातन के आश्रमों में ‘संगणकों की देखभाल तथा मरम्मत’, इन सेवाओं के लिए साधकों, हितचिंतकों तथा धर्मप्रेमियों के सहयोग की आवश्यकता !

‘सनातन संस्था के राष्ट्र-धर्म के कार्य के अंतर्गत विभिन्न सेवाओं के लिए आधुनिक संगणक प्रौद्योगिकी का उपयोग किया जाता है । वर्तमान में संगणकों की देखभाल तथा उनकी मरम्मत करने के लिए साधकसंख्या कम है । इसलिए यह सेवा करने की क्षमता रखनेवाले साधकों की तुरंत आवश्यकता है । सनातन के पाठकों, हितचिंतकों तथा धर्मप्रेमियों को भी इस सेवा में अपना योगदान देने का स्वर्णिम अवसर है ।

इस संगणकीय सेवाओं का स्वरूप इस प्रकार है –

१. ‘टेक्निकल’ एवं ‘नॉनटेक्निकल’ संगणकीय सेवाओं का स्वरूप

अ. संगणकों में Windows OS, साथ ही अन्य Software ‘इन्स्टॉल’ करना

आ. खराब संगणक तथा भ्रमणसंगणक (लॅपटॉप) की मरम्मत

इ. A4 प्रिंटर, फोटोकॉपी (जेरॉक्स) मशीन, टेलीफोन, माउस, मोडेम, वाई-फाई राउटर, पॉवर एडाप्टर, यू.पी.एस. (600VA/1KVA) आदि इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं की मरम्मत करना

ई. नेटवर्क केबलिंग करना (इसके अंतर्गत Cable pulling, Punching, Crimping करना आदि सेवाएं होती हैं ।) इसके लिए ‘नेटवर्किंग’ तथा इलेक्ट्रॉनिक्स वस्तुओं की जानकारी होनी चाहिए ।

उ. संगणक, साथ ही अन्य वस्तुओं की आवाजाही देखना, उनकी प्रविष्टियां कर उनकी पडताल करना (इन सेवाओं के लिए संगणक के उपयोग की जानकारी होना आवश्यक है ।)

संगणकों की मरम्मत करने के संदर्भ में जानकारी अथवा अनुभव रखनेवाले जो साधक कुछ अवधि के लिए अथवा पूर्णकाल आश्रम में रहकर यह सेवा कर सकते हैं, वे जिलासेवकों के माध्यम से संपर्क करें । पाठक, हितचिंतक, साधक, धर्मप्रेमी भी स्थानीय साधकों से संपर्क कर सकते हैं । यह सेवा सीखकर उसे करने के इच्छुक साधकों के लिए प्रशिक्षण का नियोजन किया जाएगा !’

उक्त सेवा करने के इच्छुक साधक जिलासेवकों के माध्यम से निम्न सारणी के अनुसार स्वयं की जानकारी श्रीमती भाग्यश्री सावंत के नाम से [email protected] इस संगणकीय पते पर भेजें ।

– श्री. वीरेंद्र मराठे, व्यवस्थापकीय न्यासी, सनातन संस्था.

(२८.११.२०२४)