‘सनातन के रामनाथी, गोवा के आश्रम में विभिन्न दृश्य-श्रव्य लघुफिल्में बनाई जाती हैं । इन लघुफिल्मों की उद्घोषणा करने हेतु स्त्री एवं पुरुष उद्घोषकों की आवश्यकता है । जो साधक आश्रम में पूर्णकालीन रहकर अथवा बीच-बीच में छुट्टी लेकर आश्रम आकर उद्घोषणा की सेवा कर सकते हैं, वे अपने नाम निम्न पते पर सूचित करें । उद्घोषणा की सेवा करने की इच्छा रखनेवालों में निम्न गुणवत्ता का होना आवश्यक है ।
१. उद्घोषक का चेहरा ‘फोटोजेनिक’ हो ।
२. न्यूनतम १० फुट की दूरी पर स्थित लेखन ठीक से पढ पाए, इस प्रकार से उद्घोषक की दृष्टि होनी चाहिए । उसे उपनेत्र (चश्मा) न
हो । यदि चश्मा है, तो वह ‘एंटीग्लेयर लेंस’ हो, तो अच्छा !
३. उद्घोषक की आवाज सुस्पष्ट हो । उसके उच्चारण एवं भाषा शुद्ध हो, साथ ही आवाज में मिठास भी हो ।
४. कुछ उद्घोषणाओं के लिए लंबे समय तक बैठना पडता है; इसलिए संभवतः पीठदर्द इत्यादि न हो ।
५. उद्घोषक विभिन्न भाषाओं में से, उदा. हिन्दी, अंग्रेजी, मराठी, कन्नड इत्यादि भाषाओं में से ‘किन भाषाओं में उद्घोषणा कर सकते हैं’, इसकी जानकारी भेजें ।
इस सेवा हेतु इच्छुक साधक पहले स्वयं के रंगीन छायाचित्र तथा संभव हो, तो आवाज का ध्वनिमुद्रण कर निम्न पते पर भेजें । जो केवल ध्वनि-प्रघोषणा (ऑडियो) कर सकते हैं, वे भी अपने नाम भेजें ।
नाम एवं संपर्क क्रमांक
श्रीमती भाग्यश्री सावंत (7058885610)
संगणकीय पता : sanatan.sanstha2025@gmail.com
– श्री. वीरेंद्र मराठे, व्यवस्थापकीय न्यासी, सनातन संस्था.