हिन्‍दू तीर्थ यात्राओं पर लगनेवाले कर से बचने हेतु हिन्‍दू राष्‍ट्र की आवश्‍यकता ! – श्री नीलमणिदास महाराज

हरिद्वार (उत्तराखंड) – ‘सत्‍संग के माध्‍यम से हिन्‍दू धर्म एवं संस्‍कृति की जानकारी देना आवश्‍यक है । सभी को धर्मशिक्षा प्रदान कर हिन्‍दू राष्‍ट्र का निर्माण करने हेतु, प्रत्‍येक ग्राम पंचायत द्वारा एक प्रस्‍ताव पारित किया जाना चाहिए और इसे सरकार को भेजा जाना चाहिए ।

सनातन संस्‍था और हिन्‍दू जनजागृति समिति हिन्‍दू संस्‍कृति तथा धमार्र्चरण की आवश्‍यकता समाज को समझा रही है – देवी श्री विद्यानंद सरस्‍वतीजी

हरिद्वार (उत्तराखंड) -‘‘राष्‍ट्र और धर्म से संबंधित प्रदर्शनी के माध्‍यम से जैसे धर्माचरण का महत्त्व विशद किया गया है, वैसे हम भी वैदिक धर्म, यज्ञ और गायत्री मंत्र का प्रसार करते हैं ।

सनातन संस्‍था एवं हिन्‍दू जनजागृति समिति का कार्य देखकर मुझे बहुत अच्‍छा लगा ! – श्री विभूषित श्रीमद़् परमहमसा अंतरराष्‍ट्रीय बाल संत श्री श्री १००८ महामंडलेश्‍वर स्‍वामी रामेश्‍वरानंद सरस्‍वती महाराज

हरिद्वार (उत्तराखंड) – ‘‘पंजाब, जम्‍मू और हरिद्वार में हमारा हिन्‍दू धर्म का कार्य चल रहा है । सनातन संस्‍था और हिन्‍दू जनजागृति समिति का कार्य मुझे अत्‍यंत अच्‍छा लगा ।

भारत ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र’ घोषित होना चाहिए ! – महामंडलेश्‍वर स्‍वामी रामगिरिजी महाराज, पंचदशनाम आवाहन अखाडा, ब्‍यावरा, मध्‍य प्रदेश

हरिद्वार (उत्तराखंड) – ‘हिन्‍दू धर्म के लिए ‘सनातन धर्मशिक्षा एवं हिन्‍दू राष्‍ट्र जागृति केंद्र’ आवश्‍यक व प्रशंसनीय है । केंद्र के प्रबोधनपरक फलकों पर जो लेखन है, वह अटल सत्‍य है । यहां बताई जा रही जानकारी बहुत अच्‍छी है ।

हिन्‍दू जनजागृति समिति द्वारा किया जा रहा हिन्‍दू राष्‍ट्र-स्‍थापना का कार्य आवश्‍यक ! – श्री महंत सत्‍यगिरीजी महाराज, महामंत्री, श्री शंभू पंच दशनाम आवाहन आखाडा

हरिद्वार (उत्तराखंड) – ‘वर्तमान में इतिहास में परिवर्तन किया जा रहा है । बच्‍चों को गलत इतिहास सिखाया जा रहा है ।

हिन्‍दू जनजागृति समिति का हिन्‍दू धर्म एवं संस्‍कृति रक्षा का कार्य प्रेरणादायी ! – श्री १००८ श्री कमलानंद गिरि

‘अन्‍य पंथियों द्वारा हिन्‍दुआें पर अन्‍याय किया जा रहा है । इसका विरोध होना आवश्‍यक है । पंजाब में हो रहा धर्मांतर चिंताजनक है । आपके द्वारा किया जा रहा हिन्‍दू धर्मप्रसार का कार्य प्रशंसनीय है, साथ ही आपके द्वारा किया जा रहा हिन्‍दू धर्म एवं संस्‍कृति रक्षा का कार्य प्रेरणादायी है ।

चूंकि राजनीतिक दल हिन्दू राष्ट्र नहीं ला सकते , इसलिए हिंदुओं को एकजुट होकर हिन्दू राष्ट्र के लिए काम करना पड रहा है ! – शाम्भवी पीठाधीश्वर पू. स्वामी आनंद स्वरूप महाराज

‘चूंकि हिन्दू राष्ट्र, राजनीतिक दलों के माध्यम से नहीं आ सकता है, इसलिए हिंदुओं को एकजुट होकर हिन्दू राष्ट्र के निर्माण के लिए काम करना होगा ।’ शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि, ‘सनातन संस्था और हिन्दू जनजागृति समिति जैसी संस्थाऒं को संघठित होकर कार्य करना आवश्यक है ।’

वर्तमानकाल में संतों की संगठित शक्‍ति ही ‘हिन्‍दू राष्‍ट्र’ स्‍थापित कर सकती है !- अनंतविभूषित श्री जगद़्‍गुरु रामानंदाचार्य स्‍वामी रामराजेश्‍वराचार्यजी

ॐ में जब तक बिंदु है, तब तक हिंदू रहेंगे । ‘सङ्‍घे शक्‍तिः कलौ युगे’ (कलियुग में संगठितता में ही सामर्थ्‍य रहता है) ऐसा कलियुग में कहा जाता है; परंतु आज आवश्‍यकता है, ‘संत शक्‍तिः कलौ युगे’ इस उद़्‍घोष की !

हरिद्वार की अहिंदुओं से रक्षा करनी चाहिए ! – स्‍वामी अवधेशानंदजी, पुराना अखाडा

उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड के विभक्‍त होने के बाद, हरिद्वार में ‘हरकी पौडी’ के परिसर के क्षेत्र में कोई मुसलमान भूमि खरीद नहीं सकता है, ऐसा कानून पारित किया गया था; परंतु वर्तमान में मुसलमानों ने इस क्षेत्र पर अवैध रूप से अतिक्रमण कर लिया है ।

सनातन संस्‍था ईश्‍वर की वाणी है ! – स्‍वामी बोधानंदेंद्र सरस्‍वती महाराज

‘सनातन संस्‍था केवल संस्‍था नहीं है, अपितु वह ईश्‍वर की वाणी है ।’ मुत्तुरू, कर्नाटक की सच्‍चिदानंद वेद वेदांत पाठशाला के स्‍वामी बोधानंदेंद्र सरस्‍वती महाराजजी ने ऐसा प्रतिपादन किया ।