तमिलनाडु में ‘प्लास्टर ऑफ पैरिस’की श्री गणेशमूर्ति बनाने पर बंदी कायम !

तमिलनाडु राज्य में ‘प्लास्टर ऑफ पैरिस’की श्री गणेशमूर्ति बनाने पर प्रतिबंध कायम रहेगा, ऐसा आदेश सर्वोच्च न्यायालय ने दिया । मद्रास उच्च न्यायालय ने इससे पूर्व इस पर प्रतिबंध लगाया था । उसके विरोध में सर्वोच्च न्यायालय में आवाहन किया गया था ।

सनातन धर्म शाश्वत कर्तव्यों का समुच्चय है, इसलिए इसे नष्ट करने का अर्थ कर्तव्यों को नष्ट करना है !

सनातन धर्म शाश्वत कर्तव्यों का समूह है । इसमें देश, राजा, माता, पिता एवं गुरु के प्रति कर्तव्य के साथ-साथ निर्धन सेवा सहित अन्य कर्तव्य भी समाहित हैं । अत: सनातन धर्म का विनाश करना अर्थात कर्तव्यों का विनाश, मद्रास उच्च न्यायालय ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए ऐसा विचार व्यक्त किया है ।

तमिलनाडु में श्री गणेशमूर्ति की कुछ पाठशालाओं में प्रदूषण नियंत्रण मंडल ने ताले लगाए !

सनातन धर्म को नष्ट करने का ध्येय रखनेवाली तमिलनाडु की द्रमुक सरकार द्वारा प्रदूषण नियंत्रण के नाम पर जानबूझकर ऐसी कार्रवाई की जा रही है, तो उसमें आश्‍चर्य लगने जैसा कुछ नहीं है !

(और इनकी सुनिए…) ‘डेंग्यू, मलेरिया, कोरोना की भांति ही सनातन धर्म को भी नष्ट करना है !’ –  उदयनिधि

तमिलनाडू में सनातन निर्मूलन परिषद का आयोजन किया जाता है तथा उसमें राज्य के मंत्री उपस्थित रहते हैं, क्या यही उनकी धर्म निरपेक्षता है ? संविधान के सच्चे रक्षक होने का कहनेवाले राजनीतिक दलों को क्या यह स्वीकार है ?

सनातन धर्म को नष्ट करने के लिए ‘ इंडिया ‘ गठबंधन की स्थापना की गई है !

यह सर्वविदित है कि द्रमुक सनातन द्वेषी है तथा इसका जन्म ही सनातन द्वेष की भावना से हुआ है | इसमें कोई संदेह नहीं कि आगामी चुनाव में सनातन धर्मावलंबी ऐसे गठबंधन को राजनीतिक रूप से नष्ट कर देंगे ! यह एक बार पुन: सिद्ध हो जाएगा कि जो लोग सनातन को नष्ट करने की वार्ता करते हैं वे स्वयं ही समाप्त हो जाते हैं !

(और इनकी सुनिए…) ‘सनातन धर्म के विरुद्ध आगे २०० वर्ष तक बोलते रहेंगे !’ – उदयनिधि स्टालिन

सहस्रों वर्षों से असुर एवं कुछ शतक मुगलों ने सनातन धर्म नष्ट करने का प्रयास किया; परंतु सनातन धर्म आज भी जीवित है, तथा उसे नष्ट करनेवाले स्वयं ही नष्ट हुए हैं, यही दुहराते रहनेवाला है !

(और इनकी सुनिए…) ‘उदयनिधि को सनातन धर्म पर अपना मत प्रस्तुत करने का अधिकार’ – कमल हासन

यदि इस्लाम के विरुद्ध कोई मत प्रस्तुत करता है, तो उसको सर तन से जुदा (सर धड से अलग करना) करने की धमकी दी जाती है । क्या उनसे कभी कमल हासन ने चर्चा करने का परामर्श दिया ? क्या कभी नुपूर शर्मा के प्रकरण में हासन ने मुंह खोला ? क्या उन्होंने कभी कन्हैयालाल के सर धड से अलग करने के वक्तव्य पर मुंह खोला ?

(और इनकी सुनिए…) ‘उदयनिधि का हेतु धर्म एवं परंपरा को आहत करने का नहीं था !’ – तमिलनाडू के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन

उदयनिधि का दल (द्रमुक) हिन्दू धर्म विरोधी है, उसकी विचारधारा ऐसी ही है, यह बात विश्व जानता है । इसलिए उदयनिधि का वक्तव्य सनातन धर्म के विरुद्ध ही है, इसमें किसी को संदेह नहीं है !

(और इनकी सुनिए… ) ‘सनातन धर्म का अर्थ है एच.आई.वी. एवं कुष्ठ रोग !’ – डी.एम.के सांसद ए. राजा

डी.एम.के. नेता जानबूझकर दलितों एवं पिछडे वर्ग के पारंपरिक मत प्राप्त करने के लिए ऐसी अश्लाघ्य आलोचना कर रहे हैं, धार्मिक हिन्दुओं को संगठित होकर वैधानिक मार्ग से इसका विरोध करना चाहिए !

१० करोड रुपये गिनने के स्थान पर मुझे १० रुपए की कंघी दें, मैं अपने बाल बनाऊंगा !

शिरच्छेद के लिए १० करोड रुपयों का पुरस्कार घोषित करनेवाले परमहंस आचार्य पर उदयनिधि की उपहासात्मक टिप्पणी !