उदयनिधि स्टालिन की पुनः एकबार अनर्गल बकवास !
चेन्नई (तमिलनाडु) – प्रक्षोभक वक्तव्य करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन के पुत्र एवं राज्य के क्रीडामंत्री उदयनिधि स्टालिन ने पुनः एक बार सनातन धर्म की आलोचना की है । उन्होंने कहा ‘‘तमिलनाडु में पिछले १०० वर्षों से सनातन धर्म के विरुद्ध आवाज उठाई जा रही है । हम आगे २०० वर्ष उसके विरुद्ध बोलते रहेंगे ।’’ कुड्डालोर जिले के नेवेली में वे ऐसा बोल रहे थे ।
उदयनिधि ने आगे कहा ‘‘इससे पूर्व अनेक प्रसंगों में डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर, पेरियार एवं एम. करुणानिधि ने इस पर विशद किया था । सनातन धर्म के कडे विरोध के कारण ही महिलाएं घर से बाहर निकल सकीं । इसी कारण सती प्रथा जैसी सामाजिक कुप्रथा नष्ट हुई । (सनातन धर्म में काल के अनुसार निर्मित अनुचित प्रथाओं का सनातन धर्म के संतो ने भी उतना ही विरोध कर उनको नष्ट करने का प्रयास किया था । इन संतों ने ‘सनातन धर्म अनुचित है’ अथवा ‘उसे नष्ट करना चाहिए’, ऐसा कहने के स्थान पर अनुचित घटनाओं का विरोध किया था । द्रमुक अनुचित घटनाओं के नाम से धर्म नष्ट करने की भाषा बोल रहा है । यह उसका सनातनद्वेष है ! – संपादक) द्रमुक की स्थापना ही ऐसे समाजद्वेषियों का विरोध करनेवाले तत्त्वों पर की गई है । (द्रमुक की स्थापना सनातनद्वेष द्वारा हुई है । इस कारण उदयनिधि ऐसा वक्तव्य कर दलित, पिछडी जाति इत्यादि लोगों के मत पाने का प्रयास कर रहे हैं । द्रमुक की विचारधारा नष्ट करने के लिए हिन्दू संगठनों को तमिलनाडु में हिन्दुओं को धर्मशिक्षा देनी आरंभ कर सनातन धर्म के विषय में गलत धारणाएं दूर करनी चाहिए ! – संपादक)
(सौजन्य : Oneindia Hindi | वनइंडिया हिंदी)
उदयनिधि ने की भाजपा की कचरे से तुलना !
भाजपा की आलोचना करते हुए उदयनिधि ने कहा ‘‘कचरे से सांप अपने घर में घुसता है । यदि सांपों को नष्ट करना हो, तो कचरा तैयार न हो, इस पर ध्यान देना पडेगा । वर्ष २०२४ के चुनाव में भाजपा एवं अण्णाद्रमुक को तमिलनाडु से हद्दपार करना होगा ।
संपादकीय भूमिकासहस्रों वर्षों से असुर एवं कुछ शतक मुगलों ने सनातन धर्म नष्ट करने का प्रयास किया; परंतु सनातन धर्म आज भी जीवित है, तथा उसे नष्ट करनेवाले स्वयं ही नष्ट हुए हैं, यही दुहराते रहनेवाला है ! |