यदि मंदिर ही कानून-व्यवस्था के लिए समस्या बन जाते हैं, तो कभी-कभी उन्हें बंद कर देना चाहिए !

भक्त शांति की शोध में मंदिरों में जाते हैं किन्तु यदि मंदिर ही अब कानून व्यवस्था के लिए समस्या बनते जा रहे हैं तो उनका मुख्य उद्देश्य ही समाप्त हो गया है ।

तमिलनाडु में ईसाई विद्यालय के शिक्षक द्वारा छात्र को पीटने से सिर में गंभीर चोट !

मुख्यधारा के हिन्दुत्व विरोधी समाचार माध्यम चुप हैं, क्योंकि इस प्रकरण में ईसाई विद्यालय आरोपी है। यदि राष्ट्रीय स्वयं संघ या किसी अन्य हिन्दू विद्यालय में ऐसी घटना हुई होती, तो हिन्दू द्वेष्टों ने आकाश-पाताल एक कर हिन्दुओं की संस्था को आरोपी के कटघरे में खडा कर दिया होता, यह समझ लें !

धर्मापुरी (तमिलनाडु) में सरकारी विद्यालय की मुख्याध्यापिका ने ईसाई होने का बताकर तिरंगा फहराने से मना किया !

देश के एक भी हिन्दू ने अभी तक कभी भी हिन्दू होने का बताकर तिरंगा फहराने से और उसे वंदन करने से मना किया है क्या ? परंतु अन्य धर्मियों के द्वारा अनेकों बार विरोध करने के साथ ही साथ इसका अनादर भी किया गया है और अभी भी जारी है ।

सेलम (तमिलनाडु) शहर के श्री वेणुगोपाल कृष्णस्वामी मंदिर की भूमि पर से अतिक्रमण हटाएं ! – मद्रास उच्च न्यायालय

सेलम में श्री वेणुगोपाल कृष्णस्वामी मंदिर की भूमि पर हुआ अतिक्रमण हटाने का आदेश मद्रास उच्च न्यायालय ने तहसीलदाराें को दिया ।

तमिलनाडु में एल.टी.टी.ई. जैसा संगठन निर्माण करने का प्रयास

तमिलनाडु में मई माह में पकडे गए नवीन चक्रवर्ती और संजय प्रकाश इन दो युवकों की राष्ट्रीय जांच तंत्र द्वारा (एन.आई.ए.) की जांच में सामने आया कि, उन्होंने ‘लिबरेशन टाइगर ऑफ तमिल ईलम्’ (एल.टी.टी.ई.) जैसा संगठन तैयार कर सशस्त्र संघर्ष करने की योजना बनाई है ।

जनपदाधिकारियों द्वारा तमिलनाडु के ‘खाद्य उत्सव’ में गोमांसमिश्रित बिरियानी समाविष्ट न करने का आदेश !

गोमाता हिन्दुओं के लिए पूजनीय है । शासकीय ‘खाद्य उत्सव’ में गोमांसमिश्रित बिरियानी को समाविष्ट करना, अर्थात हिन्दुओं की धार्मिक भावनाएं आहत करना !

तमिलनाडू में प्रसिद्ध हिंदू व्यक्ति की हत्या करने का षड्यंत्र उजागर

देश में धर्मांधों द्वारा हिंदुओं की एकेक कर हत्या करने का षड्यंत्र रचा गया है, इस घटना से ऐसा ध्यान में आ रहा है । ऐसी घटनाओं का सामना करने हेतु हिंदुओं को स्वसुरक्षा प्रशिक्षण लेना आवश्यक है !

तिरुपुर (तमिलनाडू) में अवैध मस्जिद को ताला लगाने के न्यायालय के आदेश का मुसलमानों ने ‘मार्ग बंद’ आंदोलन कर किया विरोध !

न्यायालय के आदेश का अपमान करने वालों के विरुद्ध देश का एक भी धर्मनिरपेक्षतावादी राजनीतिक पक्ष तथा संगठन मुंह नहीं खोलते, यह ध्यान में ले !

हिन्दुओं के मंदिरों का पैसा हिन्दू हित के लिए ही प्रयोग किया जाना चाहिए ! – विश्व हिन्दू परिषद

भारत की शासन व्यवस्था शरीयत कानून के अनुसार नहीं, अपितु संविधान द्वारा चलती है !