कोईंबतूर (तमिलनाडू) के मंदिर के पास हुए विस्फोट के पीछे आतंकियों का हाथ होने के संदेह को लेकर पूछताछ
कोईंबतूर में कोट्टई ईश्वरम् मंदिर के पास २३ अक्टूबर को एक चौपहिया वाहन में हुए विस्फोट में क्या आतंकियों का हाथ हो सकता है ?, इस दिशा में तमिलनाडू पुलिस जांच कर रही है ।
‘लिट्टे’ द्वारा तमिलनाडू में पांव जमाने का प्रयास
बडे राजनीतिज्ञों को अर्थपूर्ति के लिए लक्ष्य करने का प्रयास
अनेक स्थानों पर शस्त्रास्त्रों के कारखाने खडे किए !
हिन्दुओं की दुकानों से दीपावली का सामान खरीदने का आवाहन करनेवाले तमिलनाडु के हिन्दू कार्यकर्ता को बंदी बनाया
हिन्दुओं को हिन्दुओं की दुकानों से सामान खरीदने का आवाहन करना, इस देश में अपराध हो गया है, हिन्दू यह कब समझ पाएंगे ? यह स्थिति हिन्दू राष्ट्र अपरिहार्य करती है !
हिंदी भाषा थोपकर केंद्र भाषिक युद्ध को प्रारंभ न करें !
दक्षिण भारत में हिंदी को हो रहें विरोध के पृष्ठभूमि पर सरकार ने अब देश में संस्कृत को प्राथमिकता देने के लिए प्रयत्न करना चाहिए ! देवभाषा संस्कृत सभी प्रादेशिक भाषाओं की जननी है !
‘राजराजा चोल के काल में हिन्दू नाम का कोई भी धर्म अस्तित्व में नहीं था !’
क्या कमल हसन स्वयं को हिन्दू समझते हैं ? यही खरा प्रश्न है ! तमिलनाडु के अनेक लोग स्वयं को हिन्दू नहीं समझते, अपितु द्रविड समझते हैं । उन्हें हिन्दू शब्द का अर्थ तक पता न होने से वे स्वयं को ही इसप्रकार अंधेरे में रख रहे हैं !
मदुराई (तमिलनाडु) में रा.स्व. संघ के नेता के घर पर पेट्रोल बम फेंके !
पट्टानाडी भाग में २४ सितंबर की शाम अज्ञात लोगों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेता कृष्णन् के घर पर ३ पेट्रोल बम फेंके; इस घटना में कोई भी जान-माल का नुकसान नहीं हुआ । पेट्रोल बम फेंकने के उपरांत वह भाग गया । राज्य में संघ के सदस्यों को लक्ष्य बनाया जा रहा है ।
कोयम्बटूर (तमिलनाडु) में भाजपा कार्यालय के समीप फेंका गया केरोसीन बम !
बम फेंकनेवाले दुपहिया वाहन से आए थे । पुलिस द्वारा दी जानकारी के अनुसार, वी.के.के. मेनन मार्ग पर कुछ संशयित लोगों के घूमने की जानकारी मिली । सीसीटीवी के आधार पर उन्हें पहचानने का प्रयास जारी है ।
अनाथालय में अवयस्क (नाबालिग) बालिका का यौन शोषण करने और उसे गर्भवती करने के आरोप में पादरी बंदी
प्रसारमाध्यम ऐसे वासनांधों का वृत्त दबाते हैं और हिन्दू संतों के विरुद्ध वृत्तों को अधिकाधिक प्रसिद्धी देते हैं !
तमिलनाडु के सत्ताधारी द्रमुक के सहायक पक्ष की ओर से तमिलनाडु को भारत से अलग करने की घोषणा !
द्रमुक के सत्ता में आने के दिन से तमिलनाडु के अलगाववादी और हिन्दू विरोधी अभियानों को गति मिली है और इसे सरकार की ओर से समर्थन मिल रहा है, यह भी उतना ही सत्य है !