‘राजराजा चोल के काल में हिन्दू नाम का कोई भी धर्म अस्तित्व में नहीं था !’  

अभिनेता कमल हसन का नई खोज !

दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेता कमल हसन

चेन्नई (तमिलनाडु) – राजराजा चोल के काल में ‘हिन्दू’ नाम का कोई भी धर्म अस्तित्व में नहीं था । तब केवल वैष्णवम्, शिवम् और समानम् नामक धर्म थे । हिन्दू शब्द अंग्रेज लाए’, ऐसा विधान दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेता एवं राजकीय पक्ष के प्रमुख कमल हसन ने किया है । कुछ समय पूर्व ही चोल वंशीय राजा पर आधारित तमिल चलचित्र (फिल्म) ‘पोन्नियिन सेल्वन-१’ प्रदर्शित हुई है । उस समय आयोजित एक कार्यक्रम में वे बोल रहे थे । प्रसिद्ध दिग्दर्शक मणीरत्नम ने इस चलचित्र की निर्मिति की है । कमल हसन के इस विधान पर वाद-विवाद निर्माण हुआ है ।

कमल हसन के पूर्व तमिल चलचित्रों के दिग्दर्शक वेत्रिमारन ने भी कहा था कि ‘चोल राजा हिन्दू नहीं थे ।’ उन्होंने कहा था, ‘‘हमारे प्रतीकाें को सदैव ही हमसे छीन लिया जाता है । उनका भगवाकरण किया जाता है । चोल राजाओं को हिन्दू राजा कहा जाता है ।’’

चोल राजा हिन्दू ही थे ! – भाजप

भाजप के नेता एच्. राजा ने इस विधान का विरोध किया है । वे बोले, ‘‘राजराजा चोल हिन्दू राजा ही थे । वेत्रिमारन् समान ही इतिहास की बहुत अधिक जानकारी मुझे भी नहीं है, तब भी राजराजा चोल ने २ चर्च एवं मस्जिदों को निर्माण करवाया था ।’

संपादकीय भूमिका

  • क्या कमल हसन स्वयं को हिन्दू समझते हैं ? यही खरा प्रश्न है ! तमिलनाडु के अनेक लोग स्वयं को हिन्दू नहीं समझते, अपितु द्रविड समझते हैं । उन्हें हिन्दू शब्द का अर्थ तक पता न होने से वे स्वयं को ही इसप्रकार अंधेरे में रख रहे हैं !
  • चोल वंशीय राजाओं ने ही भारतीय संस्कृति तमिलनाडु में ही नहीं, अपितु विएतनाम, कंबोडिया, मलेशिया, इंडोनेशिया आदि दक्षिण एशिया के देशाें में सत्ता स्थापित कर उसका विस्तार किया ! आज भी वहां भारी संख्या में हिन्दू हैं !