हमें धर्मशिक्षित हिन्दू राष्ट्र चाहिए ! – अधिवक्ता पू. हरि शंकर जैनजी
‘‘प्रत्येक राष्ट्र की संस्कृति होती है, परंतु भारत में ऐसा नहीं है । संविधान की धारा २८ में लिखा है कि हिन्दू पाठशाला में वेद पुराण नहीं पढा सकते; परंतु अन्य पंथीय अपने धर्मग्रंथों का अध्ययन कर सकते हैं । हमें धर्मशिक्षित हिन्दू राष्ट्र चाहिए, जिसमें अन्याय, ईर्ष्या, लालच का स्थान न हो ।