प्रयागराज (उ.प्र.) – ‘‘आज हिन्दूबहुल भारत में हिन्दुओं के नववर्ष, रामनवमी और हनुमान जयंती के दिन आयोजित शोभायात्रा पर जिहादी आक्रमण हो रहे हैं । आक्रमण हुए अनेक स्थानों से हिन्दुओं का पलायन आरंभ हुआ है । वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में दीवारों पर ‘कश्मीर तो झांकी है, पूरा भारत बाकी है’ ऐसे राष्ट्रविरोधी नारे लिखे जा रहे हैं । लव जिहाद, लैंड जिहाद, धर्मांतरण, थूक जिहाद के भयंकर षड्यंत्र जारी हैं । ‘हलाल सर्टिफिकेशन’ के माध्यम से भारत में इस्लामी अर्थव्यवस्था खडी कर हिन्दू समाज को बेरोजगार बनाने का षड्यंत्र रचा जा रहा है । अंत में सभी का आवाहन करते हुए उन्होंने कहा कि इन सभी समस्याओं का समाधान केवल धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना ही है । हिन्दू राष्ट्र की स्थापना केवल मत नहीं व्रत होना चाहिए । राष्ट्र अथवा धर्म पर संकट के समय धर्म के पक्ष में रहना, हम सभी का सामूहिक दायित्व है । वर्ष २०२५ के उपरांत सत्त्वगुणी हिन्दुओं की ओर से भारत में हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होगी । इसलिए सभी संगठनों के एकजुट होकर कार्य करने की आवश्यकता है ।’’ ऐसा प्रतिपादन हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत पू. नीलेश सिंगबाळजी ने अधिवेशन में सभी को संबोधित करते हुए किया ।
वर्ष १९७६ में भारत पर लादी गई धर्मनिरपेक्षता दूर हटाकर हिन्दुओं को समान संवैधानिक अधिकार मिले एवं वर्ष २०२५ में भारत में धर्माधिष्ठित हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हो’ ऐसा संकल्प लेकर प्रयागराज के सिविल लाइन्स स्थित ‘हिन्दुस्थानी एकेडमी’ में हिन्दू जनजागृति समिति आयोजित ‘राज्यस्तरीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न हुआ । इस अधिवेशन में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, भदोही एवं प्रतापगढ के विविध हिन्दू संगठनों के ८३ हिन्दुत्वनिष्ठ, अधिवक्ता एवं उद्योगपति एवं समाजसेवी सम्मिलित हुए । बुद्धेश्वर महादेव पीठाधीश्वर योगीराज कुमार महाराज, श्री. अशोक पाठक एवं पू. नीलेश सिंगबाळजी के करकमलों से दीप प्रज्वलन कर अधिवेशन का आरंभ हुआ ।
इस अधिवेशन में सनातन एकता मिशन, अखिल भारतीय साहू समाज, शिवसेना, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, वेद विद्यालय, माधोसिंह सेवा मंडल, जांबाज हिन्दुस्थानी, सनातन हितकारिणी न्यास, भारत माता की जय, सनातन संस्था आदि संगठन एवं अधिवक्ता सहभागी हुए थे । अधिवेशन का समापन वन्दे मातरम् से हुआ । अधिवेशन स्थल पर राष्ट्र एवं धर्मशिक्षा, दिनचर्या, धर्माचरण संबंधी फ्लेक्स प्रदर्शनी लगाई गई थी ।
२०२५ तक हिन्दू राष्ट्र-स्थापना का संकल्प करने हेतु एकत्र हुए हिन्दुत्वनिष्ठ व अधिवक्ता !
लखनऊ (उ.प्र.) – लखनऊ के कैसरबाग स्थित गांधी भवन में ‘राज्य स्तरीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ संपन्न हुआ ! इसमें उत्तर प्रदेश के रायबरेली, लखनऊ, गोरखपुर, जालौन, तथा देवरिया के लगभग १४ हिन्दू संगठनों के ६० हिन्दुत्वनिष्ठ सम्मिलित हुए ।
गोरखपुर (उ.प्र.) – अधिवक्ता शेषनारायण पांडे ने कहा, ‘‘कुछ सरकारें एक ओर बताती हैं कि हमें जाति भेद नहीं चाहिए और फिर उसी जाति-पाति के आधार पर तथाकथित अल्पसंख्यकों को आरक्षण भी दिया जाता है । यह जाति-पाति का भेद नहीं तो और क्या है ? जब हम एक ही नहीं तो बंधुत्व की बात कहां से आई ? हम हिन्दुओं को तो अपने धर्म का संस्कार बच्चों को देने के लिए मना किया गया; किंतु अन्य के संप्रदायों के अनुसार शिक्षा दी गई । क्या हमें इस बात से यह नहीं लगता कि यदि स्थिति ऐसी ही रही तो हम जल्द ही उनके दास बन जाएंगे । यह हमारा सौभाग्य है कि हमारे प्रशासन में आज ऐसी सरकार है कि हम हिन्दू संगठित हों और अन्य विधर्मियों को यह बताएं कि हमसे आप हैं, हम आप से नहीं । आज आवश्यकता है जातिभेद को समाप्त कर एक होने की क्योंकि मनुष्य बनने के लिए हमें शिक्षा दीक्षा के लिए संतों की शरण में जाकर अध्यात्म की शिक्षा ग्रहण कर मनुष्य जीवन के खरे उद्देश्य को पहचानने की आवश्यकता है ।’’
देहली – आज हिन्दुओं के सामनें असुरक्षितता, हलाल समस्या, धर्मांतरण, हिन्दुओं का विस्थापन जैसी बडी समस्याएं है । इन सभी समस्याओं के समाधान के लिए हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा ‘हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ का आयोजन किया गया । मानव अधिकार कार्यकर्ता श्री रवि रंजन सिंह जी ने बताया कि हलाल अर्थव्यवस्था भारत के लिए चिंताजनक है । इस समय कॉन्सिल फॉर हिस्टोरिकल एन्ड सोशियोलॉजिकल रिसर्च की कोर फैकल्टी डॉ. रिंकू वढेरा उपस्थित थी ।
राष्ट्र सर्वोपरि, धर्म सर्वोपरि यह ध्येय लेकर कार्य करना काल की आवश्यकता है
– सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी, हिन्दू जनजागृति समिति
फरीदाबाद (हरियाणा) – यहां के सेक्टर २८ स्थित श्री रघुनाथ मंदिर में भी अधिवेशन संपन्न हुआ । वर्तमान काल में हिन्दू समाज अपने मूलभूत अधिकारों के लिए जूझ रहा है । आज हिन्दुओं के सामने धर्मांतरण, लव जिहाद, गौ हत्या, पाश्चात्य विकृति का प्रभाव, ऐसी अनेक समस्या खडी हैं । इन सभी समस्याओं के समाधान तथा उपाय योजना के विचार मंथन हेतु फरीदाबाद क्षेत्र के विविध हिन्दुत्वनिष्ठ, राष्ट्रप्रेमी संगठन, धर्मप्रेमी हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा आयोजित हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन में उपस्थित थे ।
श्री पंच दशनाम जुना अखाडा के महंत तथा श्री बांके बिहारी मंदिर, NIT फरीदाबाद के प्रधान ललित गिरी गोसाई ने बताया कि ‘‘आज हिन्दुओं में संस्कार नहीं है, अपने धर्म का ज्ञान नहीं है, मंदिर नहीं जाते, जनेऊ नहीं पहनते, गायत्री मंत्र नहीं आता, हनुमान चालीसा नहीं आती, नमस्कार की जगह हाय हैलो करते हैं । क्या हिन्दुओं के संस्कार इस प्रकार के हैं कि वृद्धाश्रम खोलने पड रहे हैं । आज बच्चों को हम संस्कार नहीं देंगे तो हम भी दुखी रहेंगे ।’’