सभी हिन्दुत्वनिष्ठ संगठनों की एकत्रित ‘हिन्दू हेल्पलाइन’ होना आवश्यक ! – डॉ. विवेक शील अगरवाल, देहली

हिन्दुओं के लिए भले ही स्वर्णिम काल लगता हो, तब भी हमारे शत्रु की तैयारी हमसे अनेक गुना अधिक है, इसे हमें ध्यान में लेना होगा । आज सभी बाजुओं से हिन्दुओं पर आघात हो रहे हैं ।

गंगाजल में संपूर्ण भारत को रोगमुक्त करने की क्षमता है । इसलिए उसका अधिक शोध होना आवश्यक ! – अधिवक्ता अरुण गुप्ता, न्याय मित्र, इलाहाबाद उच्च न्यायालय, उत्तर प्रदेश

ऋषि-मुनि एवं वैज्ञानिकों ने गंगानदी का बहुत वर्णन किया है । गंगा नदी में प्राणवायु का स्तर सब से अधिक है । गंगाजल में ‘बैक्टेरिया फॉस’ नामक विषाणु होता है । जिसके कारण गंगाजल खराब नहीं होता ।

हिन्दू राष्ट्र-स्थापना हेतु स्वातंत्र्यवीर सावरकरजी के विचारों से कार्य करना चाहिए ! – रणजीत सावरकर, स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक

आज का संघर्ष तलवार के जोर पर नहीं है, अपितु आर्थिक संघर्ष चल रहा है । ‘हलाल जिहाद’ मुसलमानों का आर्थिक संघर्ष है । हिन्दुत्व केवल उपासना-पद्धति नहीं, अपितु हिन्दुत्व राष्ट्रीयत्व है ।

ज्योतिषशास्त्र की दृष्टि से हिन्दू राष्ट्र के लिए ग्रहों की स्थिति अनुकूल ! – आचार्य डॉ. अशोक कुमार मिश्र, सभापति, विश्व ज्योतिष महासंघ, बिहार

आचार्य मिश्र में शिष्यत्व अर्थात निरंतर सिखने की वृत्ति है । वे सिखने के माध्यम से आनंद का अनुभव करते हैं तथा उससे उनकी साधना भी होती है ।

हिन्दुओं के लिए हितकारी ‘थिंक टैंक’ बनाकर उसे गांव-गांवतक पहुंचाना होगा ! – डॉ. नील माधव दास, संस्थापक, तरुण हिन्दू , झारखंड

हिन्दुओं को अपनी स्वयं की विचारधारा निर्माण कर उसे गांव-गांवतक पहुंचाना होगा । इसके समन्वय के लिए हिन्दू राष्ट्र समन्वय समिति का गठन करना आवश्यक है ।

हिन्दू राष्ट्र की बौद्धिक स्तर की लडाई जीतने के लिए हिन्दुओं के विरोध के ‘नैरेटिव’ (कथानकों) को समझ लेना आवश्यक ! – रमेश शिंदे, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिन्दू जनजागृती समिती

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में ‘संविधान एवं हिन्दू राष्ट्र’ विषय पर आयोजित उद्बोधन सत्र में ‘हिन्दू राष्ट्र विरोधियों की काल्पनिक कथानकों का प्रचार’ विषय पर संबोधित करते हुए वे ऐसा बोल रहे थे ।

काशी विश्वेश्वर की मुक्ति होगी, तब देश अखंड हिन्दू राष्ट्र होगा ! – अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, सर्वोच्च न्यायालय एवं प्रवक्ता, हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस

हम काशी विश्वेश्वर की मुक्ति का बडा ध्येय लेकर मार्गक्रमण कर रहे हैं । इसके लिए सभी हिन्दुओं को संगठित होकर इस संपूर्ण परिसर के सर्वेक्षण की मांग पर दृढता से डटे रहना है ।

सं‍विधान के द्वारा भारत को ‘हिन्दू राष्ट्र’ घोषित करना आवश्यक ! – चेतन राजहंस, राष्ट्रीय प्रवक्ता, सनातन संस्था

‍विगत ७५ वर्षों में हिन्दुओं को धर्मशिक्षा से वंचित रखा गया । केवल संत, महात्माओं की कृपा से भारत में आज भी धर्म टिका हुआ है । ‘सेक्युलरिजम’ शब्द के कारण हिन्दुओं को धर्मशिक्षा प्रदान करने का मार्ग बंद किया गया है । धर्मनिरपेक्ष व्यवस्था अर्थात अधर्मी व्यवस्था है ।

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु होनेवाले संघर्ष के लिए ईश्वर की उपासना कर आत्मबल बढाएं !

हिन्दू राष्ट्र की स्थापना का काल अब निकट आ रहा है । रामराज्य की स्थापना करने के लिए मर्यादापुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम को भी हाथ में धनुष लेकर युद्ध करना पडा । उसके उपरांत ही रामराज्य साकार हुआ ।

आक्रांताओं द्वारा ध्वस्त किए गए देश के सभी मंदिरों का सरकार पुनरोद्धार करे !

संस्कृति की रक्षा होने के लिए मंदिरों को संजोया जाना चाहिए । इसके लिए गोवा में गोमंतक मंदिर महासंघ काम कर रहा है, जबकि महाराष्ट्र में महाराष्ट्र मंदिर महासंघ कार्य कर रहा है ।