जिहाद के विरुद्ध लडने के लिए हिन्दुओं को शत्रुओं की गतिविधियों को समझ लेना आवश्यक ! – नीरज अत्री, अध्यक्ष, विवेकानंद कार्य समिति, हरियाणा

वारी में सहभागी मुसलमान श्री विठ्ठल की महिमा बता सकते थे; परंतु उन्होंने ‘अल्ला देवे, अल्ला दिलावे’, ऐसा बोला । पश्चिम बंगाल, कश्मीर, केरल जैसे मुसलमान बहुसंख्यक राज्यों में वे हिन्दुओं के धार्मिक कार्यक्रमों में सम्मिलित नहीं होते ।

भारत की शिक्षा का स्तर बढाना आवश्यक ! – अनिल धीर, संयोजक, इंडियन नैशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज, भुवनेश्वर, ओडिशा

हमने वनवासियों से ३० सहस्र पोथियां एकत्र कीं और उन सभी को ओडिशा राज्य के संग्रहालय में भिजवा दिया । इन पोथियों में श्लोक इत्यादि नहीं थे, अपितु विमानों की निर्मिति कैसे करें ?, मंदिरों के निर्माण कार्य कैसे करें ? आदि प्रत्येक विषय पर विवरण दिया गया था ।

राष्ट्र के उत्थान के लिए योग एवं अध्यात्म की आवश्यकता ! – डॉ. सत्यमेव जयते लोक मंगल, अध्यक्ष, सत्यमेव जयते

भारत स्वतंत्र होने के उपरांत शासकीय कार्यालयों में भ्रष्टाचार रुका नहीं । शासकीय कार्यालय, विद्यालयों आदि में योग एवं अध्यात्म की शिक्षा देने पर भ्रष्टाचार रोक सकेंगे । अध्यात्म भारत की शक्ति है । सरकार को इस ओर ध्यान देना आवश्यक है ।

सामाजिक दुष्प्रवृत्तियों के विरुद्ध संवैधानिक पद्धति से लडाई लडने के लिए हिन्दू जनजागृति समिति का ‘सुराज्य अभियान’ ! – विश्वनाथ कुलकर्णी, राज्य समन्वयक, पूर्वी उत्तर प्रदेश एवं बिहार

आज सभी क्षेत्रों में भ्रष्टाचार फैल गया है, इसके प्रति सभी अप्रसन्न हैं; परंतु इसके संदर्भ में क्या किया जा सकेगा, यह ज्ञात न होने से वे इसमें फंस जाते हैं तथा इस भ्रष्ट व्यवस्था का एक अंश बन जाते हैं ।

हिन्दुओं हिन्दू राष्ट्र की स्थापना के लिए अधिक तीव्रता से प्रयास करना होगा ! – अधिवक्ता अतुल जेसवानी, संस्थापक तथा प्रदेशाध्यक्ष, हिन्दू सेवा परिषद, मध्यप्रदेश

‘हिन्दू राष्ट्र अर्थात केवल जिस पर हमारा अधिकार है, ऐसा भूमि का टुकडा नहीं, अपितु ‘जहां लव जिहाद, गोहत्या, बलात्कार, धर्मांतरण आदि नहीं होगा’, ऐसा राष्ट्र । ‘हिन्दू राष्ट्र की स्थापना होनी ही है’, यह सोचकर हिन्दुओं के शांत बैठने से नहीं चलेगा ।

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में पारित किए गए कुछ महत्त्वपूर्ण प्रस्ताव

‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ में हिन्दू हित के अनेक प्रस्ताव हिन्दुत्वनिष्ठों ने ‘हर हर महादेव’ की घोषणा में सम्मत किए । उनमें से कुछ प्रस्ताव आगे दिए हैं ।

‘हलाल’ के माध्यम से हिन्दुओं का पैसा आतंकवादी कार्यवाहियों के लिए पहुंच रहा है ! – श्री. कपिल मिश्रा, संस्थापक, हिन्दू ईकोसिस्टम

हिन्दुओंके विरोध में ‘अर्थव्यवस्था’ निर्माण हो गई है तथा राष्ट्र एवं हिन्दू विरोधी शक्तियों का जाल संपूर्ण देश में फैल गया है । इस संकट के विरुद्ध लडने के लिए हिन्दुओं ने जाति भेद भुलाकर एकत्रित आना चाहिए

आनेवाले ५ वर्षों में अरुणाचल प्रदेश के ईसाई धर्मांतर की समस्या समाप्त कर देंगे ! – श्री. कुरु ताई, उपाध्यक्ष, बांस संसाधन एवं विकास एजन्सी, अरुणाचल प्रदेश

कर्करोग से पीडितों को ठीक करने का आवाहन प्रसारमाध्यमों के सामने दिया । तब उन पादरियों ने मना कर दिया । इस प्रकार हिन्दुओं के धर्मांतर का प्रयत्न करनेवाले वहां के ईसाइयों का षड्यंत्र हमने उजागर कर रहे हैं । – श्री. कुरु ताई

वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव में प्रखर हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजासिंह ने दहाडकर किया ‘हिन्दू राष्ट्र’ की स्थापना का उद्घोष !

धर्मांध आतंकियों का रूप लेकर हिन्दुओं को मारने के लिए तैयार होकर बैठे हैं । प्रत्येक गांव के हिन्दू स्वयं की रक्षा के लिए शस्त्रविद्या सीख लें, अन्यथा भविष्य में धर्मांधों के हाथों हिन्दू मारे जाएंगे ।

नक्सली ही वामपंथी तथा वामपंथी ही नक्सली हैं, यह न बताना ही वैचारिक आतंकवाद ! – अधिवक्ता वीरेंद्र इचलकरंजीकर, राष्ट्रीय अध्यक्ष, हिन्दू विधिज्ञ परिषद

वामपंथियों ने संपूर्ण विश्व में जो हत्याएं कीं, उनका आंकडा १० करोड से भी अधिक है । नक्सलियों ने ही भारत में १४ सहस्र से अधिक लोगों की हत्याएं की हैं । नक्सलियों ने जिनकी हत्याएं की हैं, उनमें आदिवासी, विधायक एवं मंत्री अंतर्भूत हैं; परंतु यह हमें दिखाया नहीं जाता ।