हिन्दुओं के पुनरुत्थान हेतु आयोजित ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ का संक्षिप्त वृत्तांत !

हिन्दू संगठनों में एकता निर्माण करना और सनातन धर्म का द्वेष करनेवालों का अधिक प्रभावी रूप से सामना करना, इन संकल्पों के साथ यहां आयोजित ३ दिवसीय ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ संपन्न हुई । इस परिषद में ६१ देशों के २ सहस्र १०० प्रतिनिधि सहभागी हुए ।

हिन्‍दुओं के पुनरुत्‍थान हेतु आयोजित ’विश्‍व हिन्‍दू कांग्रेस’ में उद़्‍बोधक विचार !

राजनीति के प्रति उदासीनता हिन्‍दुओं में सामान्‍य है । महाभारत के समय अर्जुन भी इससे नहीं बच पाए थे । ठीक युद्ध के समय अर्जुन ने अपने हाथ के शस्‍त्र नीचे रख दिए थे । उनका मानना था कि राजनीति अप्रासंगिक है ।

हिन्दू पुनरुत्थान के ध्येय से प्रेरित ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ में हिन्दुत्वनिष्ठों द्वारा प्रस्तुत ओजस्वी विचार !

खक तथा स्वराज्य समाचार संस्था के संपादक आनंद रंगनाथन् ने कहा कि ‘भूतकाल में किए कृत्यों से राष्ट्र दुर्बल नहीं होता, अपितु ‘भावी पीढियों’ को उस संदर्भ में क्या और कैसे सिखाया जाता है’, इसपर राष्ट्र का विकास निर्भर होता है ।

’विश्‍व हिन्‍दू कांग्रेस’ के विभिन्‍न सत्रों में हिन्‍दुत्‍वनिष्‍ठों द्वारा प्रस्‍तुत उद़्‍बोधक विचार !

हिन्‍दुत्‍ववादी समाचार वेबसाइट ‘ऑप इंडिया’ की प्रधान संपादक नुपुर शर्मा ने ’विश्‍व हिन्‍दू कांग्रेस’ को संबोधित किया । उन्‍होंने वर्ष २०२१ में बंगाल विधानसभा चुनाव के उपरांत हुई भीषण हिंसा पर प्रकाश डाला ।

‘हिन्दुत्व’ शब्द के लिए प्रयुक्त किए जानेवाले ‘हिन्दुइज्म’ शब्द का उपयोग रोका जाएगा !

‘हिन्दुत्व’ के स्थान पर अंग्रेजी में ‘हिन्दुइज्म’ शब्द प्रयुक्त किया जाना, हिन्दुत्व की अच्छाई पर एक प्रकार से आक्रमण ही है । ‘हिन्दुत्व’ को ‘हिन्दुनेस’ भी कहा जा सकता है, ऐसा प्रस्ताव यहां पर आयोजित ‘वर्ल्ड हिन्दू कांग्रेस’ में पारित किया गया ।

World Hindu Congress 2023 : अशांत विश्व, शांति प्रस्थापित करने के लिए हिन्दू मूल्यों से प्रेरणा लें ! – श्रेथा थाविसिनी, थाईलैंड के प्रधानमंत्री

हिन्दू धर्म की महानता थाईलैंड के प्रधानमंत्री समझ सकते हैं; परंतु वास्तव यह है कि भारत के पाखंडी निधर्मीवादी, आधुनिकतावादी और नास्तिकतावादियों को समझ में नहीं आती !

‘मैं हिन्दुओं के लिए नहीं बोलूंगा, तो क्या बाबर तथा औरंगजेब के लिए बोलूंगा ?’ – हिमंत बिस्वा सरमा, मुख्यमंत्री, असम

कांग्रेस नेता प्रियंका वाड्रा को सरमा का प्रत्युत्तर, हिन्दुओं के हित में दिए वक्तव्य के उपरांत प्रियंका वाड्रा ने असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की आलोचना की थी !

मदरसा के हिन्दू विद्यार्थी !

क्या देश के प्रत्‍येक मदरसे में हिन्दू बच्चों को प्रवेश दिया गया है ? यह शीघ्रातिशीघ्र ढूंढकर उन्हें योग्‍य विद्यालय में भेजना चाहिए !

नेपाल में हिन्दुओं की जनसंख्या हो रही है कम,जबकि मुसलमान और ईसाई जनसंख्या में हो रही है बढत !

भारत के समान ही आने वाले कुछ दशकों के उपरांत नेपाल भी हिन्दू अल्पसंख्यक देश होने पर आश्चर्य न हो ! यह स्थिति आने के पूर्व ही भारत और नेपाल में हिन्दू राष्ट्र होने के लिए प्रयास होने चाहिएं !