वडोदरा (गुजरात) में पटाखे जलाने का विरोध करते हुए धर्मांध मुसलमानों द्वारा हिंसा

ईद, मोहर्रम के समय हिन्दुओं की ओर से हिंसा नहीं होती है; लेकिन धर्मांध मुसलमान उस समय भी हिंसा करते हैं, इस विषय में धर्म निरपेक्षतावादी और आधुनिकतावादी मुंह नहीं खोलते !

हिन्दू युवती से विवाह कर उसे जान से मारने की धमकी देने वाले मोहम्मद के विरोध में अपराध प्रविष्ट !

बिहार में लव जिहाद के विरोध में कानून न होने से इस युवती को न्याय मिलना असंभव है । इसके लिए अब केंद्र सरकार को संपूर्ण देश में लव जिहाद विरोधी कानून बनाकर ऐसे प्रकरणों पर नियंत्रण करने का प्रयास करना आवश्यक !

बांग्लादेश में हिन्दू युवती के विवाह प्रस्ताव अस्वीकार करने पर एक मुसलमान युवक द्वारा उसपर प्राणघातक आक्रमण

कट्टर मुसलमानों की हिंसक मनोवृत्ति ! ऐसी घटनाओं के बारे में धर्मनिरपेक्षतावादी, मुसलमान संगठन और उनके नेता कभी भी नहीं बोलते !

‘काफिरों जब हमारा समय आएगा तो हम तुम्हें गाड देंगे!’

नास्तिकता का चोला ऒढनवाले  ऐसी घटनाओं पर एक शब्द भी नहीं बोलते और न ही कोई समाचार माध्यम ऎसे घृणित कृत्य करने वालों के समाचार ही प्रसारित करता है !

भारत अगले वर्ष एशिया कप क्रिकेट प्रतियोगिता के लिए पाकिस्तान नहीं जाएगा !

भारतीय क्रिकेट नियामक मंडल का अभिनंदनीय निर्णय ! भारत को पाकिस्तान का राजनैतिक बहिष्कार करने की आवश्यकता है । उससे किसी भी प्रकार के संबंध रखने की आवश्यकता नहीं है !

मुहम्मद अक्रम ने हिन्दू बनकर हिन्दू महिला का किया बलात्कार !

ऐसे लव जिहादियों के विरुद्ध शीघ्र न्यायालयीन प्रक्रिया कर उन्हें फांसी का दंड देना आवश्यक है, ऐसी हिन्दुओं की अपेक्षा है !

उत्तरप्रदेश तथा उत्तराखंड राज्यों में रेलवे स्थानक तथा हिन्दुओं के धार्मिक स्थलों पर बम विस्फोट करने की धमकी

आतंकवादियों का धर्म होता है, इस धमकी से यही ध्यान में आता है !

‘हिन्दुओं की १ पत्नी तथा ३ प्रेमिकाएं रहती हैं; परंतु सम्मान किसी का भी नहीं होता, जबकि मुसलमानों के २ विवाह करने पर भी वे दोनों का सम्मान करते हैं !’

विवाहित मुसलमान युवक स्वयं का धर्म छिपा कर हिन्दू युवतियों को ‘लव जिहाद’ द्वारा फंसाते हैं, इस विषय में शौकत अली मौन क्यों हैं ?

मुंबई बन रही है मुसलमानबहुल !

क्या यह हिन्दूबहुल महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के लिए संकट का संकेत नहीं है ?, इस पर सभी हिन्दू गंभीरता से विचार करें !

बेट द्वारका पर अवैध मजारें तथा मस्जिदें आदि का निर्माणकार्य करने के पीछे भारत की सुरक्षा के लिए संकट निर्माण करने का षड्यंत्र था !

भारत की सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण बेट द्वारका पर इस प्रकार के अवैध निर्माणकार्य होते रहने तक क्या गुप्तचर, प्रशासन तथा पुलिस विभाग शयन कर रहे थे ? यदि इस कालावधि में कोई रक्तपात(खूनखराबा) हुआ होता, तो उसके लिए कौन उत्तरदायी रहता ? इन सभी सूत्रों की जांच होनी चाहिए !