मुंबई में सरफराज मेनन नामक आशंकाप्रद (भयानक) आतंकवादी !

राष्ट्रीय अन्वेषण यंत्रणा (एनआईए) ने मुंबई और इंदौर पुलिस को सूचित किया है कि पाकिस्तान, चीन और हांगकांग में आतंकवादी प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाला सरफराज मेनन नामक एक ‘भयानक’ आतंकवादी मुंबई आ गया है ।

बांग्ला देश से पलायन कर आए ईसाई मिजोराम में अलगाववादी संगठन को कर रहे हैं सहायता !

अब तक बांग्लादेशी घुसपैठिए मुसलमानों के ही देश में अवैध रूप से रह कर कार्यवाहियां करने की बात सामने आई है । अब यह बात सामने आ रही है कि वहां के ईसाई भी भारत आकर भारत के विरोधी कार्यवाहियां कर रहे हैं, यह भारतीय सुरक्षा बलों के लिए लज्जाजनक है !

आतंकी गतिविधियों के प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान जाने का प्रयास कर रहे दो लोगों को बंदी बनाया !

देहली पुलिस के विशेष दल ने यहां लाल किले के निकट दो मुस्लिम युवकों को बंदी बनाया । ये दोनों आतंकी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान जाने का प्रयास कर रहे थे ।

जिन्हें सिखों के प्रति प्रेम लगता है, ऐसे मुसलमान अमृतसर को चलते बनें !

इस वक्तव्य पर खालिस्तानी चुप क्यों ?

(और इनकी सुनिए….. ) ‘भारत पाकिस्तान से चर्चा क्यों नहीं करता ?’ – फारूख अब्दुल्ला

पाकिस्तान से इतना लगाव रखनेवालों को सरकार पाकिस्तान क्यों नहीं भेज देती ?

(और इनकी सुनिए…) ‘पी.एफ.आइ. की भांति बजरंग दल एवं विश्व हिन्दू परिषद को भी प्रतिबंधित करें !’ – मौलाना तौकीर रजा खान

‘क्रूरकर्मी औरंगजेब ‍विश्व का सर्वोत्कृष्ट राजा था’, ऐसे विषैले ‍वक्तव्य देनेवाले मौलाना तौकीर रजा खान ऐसी मांग करें, तो इसमें आश्चर्य कैसा !

कलंगुट के भाग को ‘पाकिस्तान गल्ली’ तथा ‘मुसलमान गल्ली’ कहकर उल्लेख किया !

हिन्दुओं के केवळ ‘हिन्दू राष्ट्र’ बोलने पर, ‘लोकतंत्र संकट में पड गया’ ऐसे चिल्लानेवाले पुरोगामी, साम्यवादी, कांग्रेसवाले आदि अब जब एक धर्मांध ने गोवा के भाग को ‘मुसलसान गली’ कहा, तो चुप्पी क्यों साधे हैं ?

ऑस्ट्रेलिया में खालिस्तानियों ने भारतीय वाणिज्य दूतावास पर खालिस्तानी झंडा फहराया !

इससे भारत की विश्व भर में अपकीर्ति हो रही है, यह ध्यान में रखते हुए सरकार को खालिस्तानी प्रवृत्तियों को कुचलने हेतु तत्काल ही कठोर कदम उठाने चाहिए !

‘खालिस्तान के हमारे लक्ष्य को वर्जित रुप में न देखें !’ – खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह

खालिस्तानवादी अब खुले रूप से उनके बंटवारे के लक्ष्य को जनसमर्थन पाने का प्रयास कर रहे हैं, यही इससे स्पष्ट होता है ! क्या सरकार अब खालिस्तानी आंदोलन को कुचलेगी ?

दारुल उलूम देवबंद शिक्षा संस्था ने दाढी साफ करने के कारण ४ विद्यार्थियों को निकाल दिया !

‘जो विद्यार्थी पढने के लिए आए हैं वे दाढी न साफ करें । जो विद्यार्थी दाढी साफ करेगा, उसे निकाल दिया जाएगा । जो विद्यार्थी बिना दाढी के प्रवेश लेने आएगा, उसे प्रवेश नहीं दिया जाएगा ।’ दाढी साफ किए गए ४ विद्यार्थियों को निकालने के उपरांत यह आदेश निकाला गया है ।