सेना से निवृत्त होकर आतंकवादी बना रियाज गिरफ्तार !

रियाज जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा का निवासी है । वह ‘लश्कर-ए-तोएबा’ के लिए काम कर रहा था ।

सकल हिन्दू समाज का पुलिस थाने पर मोर्चा !

 ऐसी घटना यदि अल्पसंख्यकों के विरुद्ध होती, तो आज वह पुलिस थाना शेष नहीं रहता !

Hindus Baghpat Lakshagriha : बागपत (उत्तर प्रदेश) स्थित  लाक्षागृह हिंन्दुओं का है !

न्यायालय ने मुसलमानों का दावा किया निरस्त !

ब्रिटिश सांसद ब्लैकमैन ने बीबीसी को संसद में फटकारा । 

श्रीरामलला की प्राणप्रतिष्ठा का पक्षपाती वार्तांकन करने पर बीबीसी को फटकार !

भावनगर (गुजरात) में मुसलमान धर्मांध कट्टरपंथियों ने किया हिन्दू दर्जी पर आक्रमण ( Gujarat Muslims Attacked Hindus)

जबकि हिन्दू दशकों से मस्जिदों पर लगे बडे-बडे ध्वनि संवर्धकों से दिन में ५ बार अजान सुनते आ रहे हैं, तब तो उन्होंने कभी किसी पर इस प्रकार का आक्रमण नहीं किया

मुसलमान युवक नियंत्रण से बाहर हों जाएंगे, तो भारत में युद्ध का वातावरण निर्माण होगा ! (Maulana Tauqeer Raza Threats)

लोकतंत्र में किसी विषय का विरोध करने में कुछ अनुचित नहीं; परंतु देश की अखंडता को चुनौति देनेवाले ऐसे मौलानाओं को बंदी बनाकर कठोर कार्यवाही की जानी चाहिए !

बांग्लादेश के हिन्दुओं में अयोध्या के श्रीराम मंदिर के उपरांत प्रचंड भय !

बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत के साथ घनिष्ठ संबंध हैं, तब भी वहां के हिन्दुओं की रक्षा करती हुई वे कभी नहीं दिखती । ऐसे संबंधों का हिन्दुओं के लिए कोई लाभ नहीं है, यह समझ लें !

महिला न्‍यायाधीश को पी.एफ.आइ. के जिहादियों द्वारा धमकियां ! (PFI Threats Woman Judge)

पी.एफ.आइ. पर प्रतिबंध है । तो भी उसके समर्थक एवं जिहादी कृत्‍य करनेवाले अभी तक कार्यरत हैं, यही इस घटना से दिखाई देता है । इस संगठन को समूल नष्ट करने के लिए केंद्र सरकार को कदम उठाना आवश्‍यक !

केरल में अल्प आयु की पोती के साथ बलात्कार करनेवाले मुसलमान को १११ वर्षाें के कारावास का दंड !

‘ऐसे वासनांधों को शरीयत कानून के अनुसार भरे चौक में बांधकर पत्थरों से मारकर उनकी हत्या करने का दंड दिया जाए’, ऐसी मांग यदि कोई करेगा, तो आश्चर्य नहीं लगना चाहिए !

(और इनकी सुनिए…) ‘आज कुत्तों के (हिन्दुओं का) दिन है, कल हमारे होंगे !’- मुफ्ती सलमान अझहरी, जुनागढ (गुजरात) (MuftiSalman On Gyanvapi Pooja)

इस प्रकार के भडकाऊ वक्तव्य देनेवाले मुफ्तियों को बंदी बनाना चाहिए । उनपर कठोर कार्यवाही हुई, तो ही धर्मांध मुसलमान नेताओं पर रोक लग सकती है !