शेख हसीना सरकार के निष्क्रिय होने का हिन्दुओं द्वारा आरोप
ढाका (बांग्लादेश) – अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्रभु श्री रामलला की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा जब से हुई है, तब से देश-विदेशों से बडी संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए आ रहे हैं । ऐसा है, तब भी भारत के पडोसी बांग्लादेश से अयोध्या में आने का किसी का साहस नहीं हुआ है, यह ध्यान में आया है । बांग्लादेश में कुछ दिन पहले ही सार्वत्रिक चुनाव हुए हैं । उस समय हिन्दुओं पर आक्रमण हुए थे । ‘अयोध्या में जाकर यदि श्री रामलला के दर्शन करेंगे, तो हम पर आक्रमण होंगे’, ऐसा भय वहां के हिन्दुओं के मन में है ।
Atmosphere of fear among Bangladeshi Hindus after Shri Ram mandir in Ayodhya !
➡️Hindus allege that the Sheikh Hasina led government is inactive
Although Bangladesh has not declared itself as an I$l@mic nation, its Majority Mu$l!ms are committing genocide against Hindus.
The… pic.twitter.com/lRU9EMbe3q
— Sanatan Prabhat (@SanatanPrabhat) February 3, 2024
इस संदर्भ में यहां के ढाकेश्वरी और रमण काली मंदिर में कार्यरत रूहीदास पाल ने बताया कि २२ जनवरी के उपरांत यहां का वातावरण ठीक नहीं है । मेरी पत्नी और बेटियों की सुरक्षा से मैं चिंतित हूं । मैं अपने आप्तजनों को मिलने कोलकाता नहीं जा पा रहा हूं ।
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प्राणप्रतिष्ठा के दिन मौलानाओं ने जुलूस निकालने नहीं दिया !
रमण काली मंदिर के अध्यक्ष उत्पल साहा ने बताया कि २२ जनवरी को जब श्रीराम मंदिर में श्री रामलला की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा हो रही थी, तब वहां के मौलानाओं ने ‘यहां जुलूस न निकालें’, ऐसी धमकी दी थी । ‘अपना मंदिर अथवा घर जलाया जाएगा’, ऐसा भय यहां के हिन्दुओं को लग रहा था । ‘बांग्लादेश जमात -ए- इस्लामी पार्टी’ बांग्लादेश के हिन्दुओं से सर्वाधिक नाराज है । हिन्दुओं के मंदिर गिराना उनके लिए सामान्य बात है । इतना बडा मंदिर भारत में बनाया है; परंतु बांग्लादेशी हिन्दू तथा यहां के मंदिर का अध्यक्ष होने के कारण मेरे मन में भय है । वर्ष १९९३ में बाबरी के गिराने पर हिन्दुओं पर हुए आक्रमण और हिंसा को यहां के हिन्दू आजतक नहीं भुला पा रहे हैं । वर्तमान की अवामी लीग सरकार के राज्य में यह स्थिति है, तो विरोधी पार्टी सत्ता में आने पर क्या होगा ?
संपादकीय भूमिका
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