मास्को पर ड्रोनद्वारा आक्रमण
शहर में ड्रोनद्वारा आक्रमण किया गया है तथा रूस ने इस आक्रमण के लिए यूक्रेन को उत्तरदायी कहा है । इस आक्रमण के कारण २ भवनों की हानि हुई है तथा १ जन घायल हो गया है ।
शहर में ड्रोनद्वारा आक्रमण किया गया है तथा रूस ने इस आक्रमण के लिए यूक्रेन को उत्तरदायी कहा है । इस आक्रमण के कारण २ भवनों की हानि हुई है तथा १ जन घायल हो गया है ।
‘छाबडा हाऊस’ की सुरक्षा बढाई गई ! मुंबई (महाराष्ट्र) – महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दल को एक संदेहास्पद आतंकवादी के पास कोलाबा स्थित ‘छाबडा हाउस’ के छायाचित्र मिले । इस कारण मोहम्मद इमरान, मोहम्मद यूनुस खान और मोहम्मद यूनुस, मोहम्मद याकूब साकी इन आतंकवादियों को राजस्थान से बंदी बनाया है । इसके उपरांत छाबडा हाऊस उसकी … Read more
मणिपुर में पिछले २४ घंटे में विष्णुपुर एवं चुराचांदपुर जिलों में हिंसा करनेवालों ने सुरक्षादलों पर आक्रमण करने का प्रयास किया । इस समय दोनों के मध्य मुठभेड हुई । हिंसा करनेवालों ने २०० ग्रामीण बम एवं ड्रोन का उपयोग किया ।
जहां मुख्यमंत्री का कार्यालय सुरक्षित नहीं है, वहां जनता कैसे सुरक्षित होगी ?
मॉस्को शहर के महापौर सर्गेई सोबयानिन ने दावा किया है कि, ‘यहां रात्रि ड्रोन द्वारा २ इमारतों पर आक्रमण किया गया । इसमें कोई जीवित हानि नहीं हुई ।’
मुसलमानों की कथित धार्मिक भावनाएं आहत होने पर वे हमेशा ही संवैधानिक प्रक्रिया का उल्लंघन कर कानून हाथ में लेते हैं, यह बार-बार सिद्ध होता है । ऐसों पर डर निर्माण करने के लिए सरकार को प्रयास करना आवश्यक !
सेंसर बोर्ड केंद्र सरकार के अधीन होते हुए भी इस प्रकार की गलती कैसे होती है ? ऐसा प्रश्न हिंदुओं के मन में हमेशा ही आता है ।
चारपहिया वाहन की चोरी करने का विरोध करने से गुरविंदर नाथ नामक २४ वर्षीय भारतीय विद्यार्थी पर आक्रमण किया गया । गुरविंदर रात २ बजे के लगभग पिज्जा वितरण के लिए जा रहा था ।
पाकिस्तानी हिन्दुओं की व्यथा पर न सही; परंतु भारतीय हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचारों के विरुद्ध भी सचिन तेंदुलकर, सुनील गावस्कर, सौरभ गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली आदि वर्तमान तथा भूतकाल के क्रिकेटर कभी भी कुछ नहीं बोलते, यह ध्यान में लें !
चीन की इस खुराफात पर लगाम लगाने के लिए भारत को जैसे को तैसा उत्तर देने के लिए व्यूहरचना करनी चाहिए, ऐसा ही राष्ट्र प्रेमियों को लगता है ! जिसमें तिब्बतियों पर चीन द्वारा किया अत्याचार विश्व के सामने रखने के साथ-साथ चीनी वस्तुओं पर भारत में प्रतिबंध लगाने जैसे प्रयास प्रधानता से करने आवश्यक !