China’s Giant Radar System : चीन ने म्यांमार सीमा के पास स्थापित की विशाल रडार प्रणाली : भारत के लिए संकट
भारत को अब प्रत्येक क्षेत्र में और रक्षा क्षेत्र में भी पहले से अधिक तैयार और सतर्क रहना पड़ेगा !
भारत को अब प्रत्येक क्षेत्र में और रक्षा क्षेत्र में भी पहले से अधिक तैयार और सतर्क रहना पड़ेगा !
भारत और चीन कभी भी आपसी विश्वास निर्माण नहीं कर सकते; क्योंकि ताली एक हाथ से नहीं बजती। चीन के इतिहास एवं उसकी मानसिकता की यही वास्तविकता है। इसलिए भारत को चीन से सदैव सतर्क रह कर संबंध बनाने चाहिए!
भारत और चीन गश्त फिर से शुरू करने पर सहमत हो गए हैं। २२ और २३ अक्टूबर को रूस में होने वाले १६ वें ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन) शिखर सम्मेलन के लिए प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की रूस यात्रा से पहले इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए।
कि ’हिंदी-चीनी भाई-भाई’ कहकर भारत पर आक्रमण करनेवाले चीन की मानसिकता पूरा विश्व जानता है, तो शी जिनपिंग की इन बातों पर कौन विश्वास करेगा ?
चीन को जैसे का तैसा प्रत्युत्तर देने के लिए भारत को भी उतनी ही तैयारी करने की आवश्यकता है !
अस्तित्व मिटते जा रहे तिब्बट को सर्वंकष स्वातंत्र्य प्राप्त कराने की तिब्बटियों की अपेक्षा भारत शासन पूरी करे !
चीन की इस खुराफात पर लगाम लगाने के लिए भारत को जैसे को तैसा उत्तर देने के लिए व्यूहरचना करनी चाहिए, ऐसा ही राष्ट्र प्रेमियों को लगता है ! जिसमें तिब्बतियों पर चीन द्वारा किया अत्याचार विश्व के सामने रखने के साथ-साथ चीनी वस्तुओं पर भारत में प्रतिबंध लगाने जैसे प्रयास प्रधानता से करने आवश्यक !
‘९ दिसंबर को भारत एवं चीन के सैनिकों के मध्य संघर्ष हुआ । ३०० से अधिक संख्यावाले चीनी सैनिक रात ३ बजे भारतीय सीमा में घुसपैठ करने का प्रयास कर रहे थे । सामाजिक माध्यमों में आपको इसके संदर्भ में अनेक वीडियोज देखने को मिले होंगे ।