आळंदी (पुणे) – हरिद्वार और ऋषिकेश जैसे तीर्थस्थानों की भांति श्रीक्षेत्र आळंदी, पंढरपुर, देहू, पैठण आदि के साथ सभी मंदिर और तीर्थस्थानों का परिसर ‘मद्य-मांस मुक्त’ करें, पंढरपुर की चंद्रभागा नदी तथा आळंदी की इंद्रायणी नदी में अपशिष्ट जल छोडने पर प्रतिबंध लगाया जाए, सभी तीर्थस्थानों तथा मंदिरों में ‘वस्त्रसंहिता(ड्रेसकोड) लागू की जाए, ऐसी मांग सभी की ओर से आळंदी में आयोजित वारकरी अधिवेशन में की गई ।
वारकरियों की विविध मांगों के लिए ९ दिसंबर को हिन्दू जनजागृति समिति, राष्ट्रीय वारकरी परिषद और वारकरी संप्रदाय की ओर से आळंदी की श्री देविदास धर्मशाला और वैकुंठवासी मामासाहेब दांडेकर स्मृति मंदिर, गोपाळपुरा में १७ वे वारकरी अधिवेशन का आयोजन किया गया । इसमें यह निर्धार व्यक्त किया गया । इस अवसर पर विविध मान्यवरों ने मार्गदर्शन किया । इस समय सहस्रों वारकरी उपस्थित थे ।
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