अगले सप्ताह महानगरपालिकाओं के चुनाव घोषित करें ! – सर्वोच्च न्यायालय का महाराष्ट्र सरकार को आदेश
राज्य के १८ महानगरपालिका और २५ जिला परिषदों के साथ अनेक नगरपंचायत एवं ग्रामपंचायतों के चुनाव प्रलंबित हैं ।
राज्य के १८ महानगरपालिका और २५ जिला परिषदों के साथ अनेक नगरपंचायत एवं ग्रामपंचायतों के चुनाव प्रलंबित हैं ।
मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे के विरुद्ध सांगली के शिराला प्रथमवर्ग न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया है । ६ अप्रैल को यह वारंट जारी किया गया था; परंतु उस पर अभी तक पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है ।
टीका न लेनेवालों को सार्वजनिक स्थल के लिए प्रतिबंधित करना सरकारों की मनमानी है !
न्यायालय ने कहा है, ‘‘इस संदर्भ में याचिका कर्ता ठोस प्रमाण प्रस्तुत नहीं कर सके’’ ।
राम मंदिर के संदर्भ में ‘प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट’ के सेक्शन ४ को छूट दी गई थी । आज की तारीख में आर्टिकल २५४ (२) के अंतर्गत राज्य सरकार को उसमें सुधार कर उसे काशी और मथुरा से जोडा जाए और उसके उपरांत राष्ट्रपति उस पर हस्ताक्षर करेंगे ।
न्यायालय के आदेश को न मानते हुए ‘अंजुमन इंतजामिया’ मस्जिद संगठन की चेतावनी !
कानून को बनाए रखना तथा कार्यपालिका एवं विधीमंडल द्वारा होनेवाली कृतियों पर नियंत्रण रखना, ऐसे बडे संवैधानिक दायित्व न्यायपालिका को सौंपे गए हैं ।
राष्ट्रीय सुरक्षा के ऐसे संवेदनशील मुद्दे पर प्रशासन की चुप्पी अस्वीकार्य है। जब ऐसे मुद्दों को वर्षाें तक प्रलंबित रखा जाता है तब क्या आम जनता के प्रश्नों को कभी समय पर न्याय मिलेगा ? यह प्रश्न खडा होता है ।
संपादकीय भूमिका
जनता को ऐसा ही लगता है, ‘‘देश के प्रत्येक अनधिकृत भवन पर कार्रवाई होनी चाहिए । इसके लिए प्रशासन, पुलिस और शासनकर्ता सदैव कार्यान्वित होने चाहिए !’’
जोधपुर उच्च न्यायालय का निर्णय