मुंबई – मनसे के अध्यक्ष राज ठाकरे के विरुद्ध सांगली के शिराला प्रथमवर्ग न्यायालय ने गैर जमानती वारंट जारी किया है । ६ अप्रैल को यह वारंट जारी किया गया था; परंतु उस पर अभी तक पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है ।
सर्वाेच्च न्यायालय ने ५ से १० वर्ष पूर्व के प्रलंबित परिवादों पर शीघ्र कार्रवाई करके निर्णय सुनाने का आदेश दिया है । न्यायालय ने कहा कि उसके अनुसार इस परिवाद की सुनवाई अंतिम करने के लिए यह ‘वारंट’ जारी किया गया है । वर्ष २००८ में रेल भरती में स्थानीय नागरिकों को प्रधानता देने की मांग के लिए मनसे ने आंदोलन किया था । उस समय कल्याण जिला सत्र न्यायालय द्वारा आदेश के पश्चात राज ठाकरे को बंदी बनाया गया था । राज ठाकरे की बंदी के विरोध में शिराला ताल्लुक के शेडगेवाडी के मनसे कार्यकर्ताओं ने बंद बुलाया था । इस समय दुकानों को बंद करने के लिए बलप्रयोग किया गया । इसलिए शिराला पुलिस ने पुलिस थाने में राज ठाकरे के विरुद्ध अपराध प्रविष्ट किया था । पुलिस ने राज ठाकरे सहित मनसे के १० कार्यकर्ताओं के विरुद्ध आरोपपत्र प्रविष्ट किया था ।