भूकंप के कारण तुर्की की अर्थव्यवस्था को झटका

आर्थिक संकट के समय तुर्की में आए भूकंप के कारण वहां की अर्थव्यवस्था को बडा झटका लगा है । वहां की मुद्रा ‘लिरा’ के मूल्य में गिरावट हुई है । अमेरिका के भूगर्भ विशेषज्ञों द्वारा किए गए सर्वेक्षण के अनुसार तुर्की और सीरिया में आए भूकंप के कारण १ अरब डॉलर (लगभग ८ सहस्र करोड रुपए) की हानि होने का अंदाजा है ।

मुसीबत के समय जो काम आता है वह ही सच्चा मित्र !

तुर्की ने कश्मीर प्रकरण पर हमेशा ही पाकिस्तान का समर्थन किया । भारत पर मुसलमानों पर न होने वाले अन्याय पर भारत पर आरोप लगाए, तो भी भारत ने तुर्की को सहायता की है, इससे ‘भारत का दिल बडा है’, यह उन्हें ध्यान में रखना चाहिए !

पाकिस्तान में खंडित बिजली पूर्ववत करने के लिए लोग रास्ते पर !

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर गिलगिट बाल्टिस्तान के लोग गेहूं के आटे, दाल की कीमत कम करने एवं खंडित बिजली पूर्ववत करने के लिए रास्ते पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं । पाकिस्तान को आर्थिक संकट का सामना करना पड रहा है ।

असम में बालविवाह प्रकरण में १ सहस्र ८०० लोग बंदी !

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के आदेश उपरांत असम पुलिस दल ने राज्य भर में बाल विवाह प्रकरण के १ सहस्र ८०० लोगों को बंदी बनाया है । राज्य में बाल विवाह से संबंधित ४ सहस्र से अधिक गुनाह प्रविष्ट किए गए हैं ।

टोल बूथ से वाहन के न जाते हुए भी ‘फास्टैग’ के खाते से पैसे कटे हों, तो पुलिस थाने में परिवाद प्रविष्ट करें !

हम अपने चारपहिया वाहन से जब राष्ट्रीय महामार्ग तथा राज्य महामार्ग से यात्रा करते हैं, तब हमें वहां के टोल बूथ कर टोल देना पडता है । आज के समय में इस टोल के भुगतान के लिए विभिन्न प्रतिष्ठानों ने ऑनलाइन ‘फास्टैग’ की सुविधा आरंभ की है ।

संस्कृत को देश की अधिकृत भाषा बनाएं ! – भूतपूर्व सरन्यायाधीश शरद बोबडे

देश के एक भूतपूर्व सरन्यायाधीश इस प्रकार का वक्तव्य दें, यह बडी बात है ~ केंद्र सरकार को इस विषय पर गंभीरता से विचार करना चाहिए, धर्माभिमानी हिन्दुओं को ऐसा प्रतीत होता है !

रतलाम (मध्य प्रदेश) में मुसलमानों ने पुजारी के घर में घुस कर उसकी पिटाई की !

भारत में गत अनेक दशकों से मस्जिद के भोंपुओं की दिन में ५ बार होनेवाली आवाज हिन्दू सहन कऱ रहे हैं, यदि हिन्दुओं ने इसी प्रकार कानून हाथ में लेने का प्रयास किया होता, तो क्या हुआ होता, क्या कोई इसका विचार करेगा ?

अलीगढ के प्राथमिक पाठशाला में मुसलमान शिक्षक द्वारा भारतमाता के छायाचित्र पर पुष्प अर्पण करना अस्वीकार !

सर्वधर्मसमभाववाले इस विषय में मुंह नहीं खोलेंगे । वे केवल हिन्दुओं को ही इसकी घुटी पिलाने का प्रयास करते रहेंगे, यह समझमें लें !

२६ जन‍वरी से सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय प्रादेशिक भाषाओं में उपलब्ध हो गए !

सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय विविध भारतीय प्रादेशिक भाषाओं में देने की सेवा का आरंभ किया गया है । २६ जनवरी गणतंत्र दिवस से यह परिणाम प्रादेशिक भाषाओं में मिलना आरंभ हो गया है ।

जब लोग व्यवस्था अथवा उसके ठेकेदारों से भयभीत होते हैं, तब वहां उत्पीडन आरंभ होता है ! – कर्नाटक उच्च न्यायालय

जब व्यवस्था अथवा उसके ठेकेदार लोगों से भयभीत होते हैं, इसका अर्थ वहां स्वतंत्रता होती है; परंतु जब लोग व्यवस्था तथा उसके ठेकेदारों से भयभीत होते हैं, तब वहां दमनचक्र (उत्पीडन) आरंभ होता है, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने ऐसा वक्तव्य किया ।