इस्लामाबाद – पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर गिलगिट बाल्टिस्तान के लोग गेहूं के आटे, दाल की कीमत कम करने एवं खंडित बिजली पूर्ववत करने के लिए रास्ते पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं । पाकिस्तान को आर्थिक संकट का सामना करना पड रहा है । इससे पूर्व बाढ से आई आपदा से लोग त्रस्त थे । उसी में इन प्रांतों में अब दैनंदिन उपयोगी वस्तुओं की कीमत में वृद्धि होने के कारण लोग पीडित होने से इन प्रांतों में लगातार सरकार के विरुद्ध आंदोलन हो रहे हैं ।
Pakistan occupied Kashmir crisis escalates, #PoK's Gilgit-Baltistan witnesses protests demanding restoration of power supply#PakistanCrisis https://t.co/aFw9RBhx1E
— Zee News English (@ZeeNewsEnglish) February 7, 2023
१. नागरिक आलोचना कर रहे हैं कि ‘लोग आर्थिक संकट के कारण पीडित हैं और सरकार उनकी समस्याओं को हल करने में असफल है’। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के राष्ट्रपति सुल्तान महमूद चौधरी ब्रिटेन, तुर्की और बेल्जियम के दौरे पर गए हैं । इस विदेशी दौरे की जानकारी जनता को न दी जाने से अधिकतर नागरिक रुष्ट हैं ।
२. गिलगित बाल्टिस्तान में सरकार ने लोगों की भूमि हडप ली हैं । इसलिए लोगों में रोष है । दिसंबर २०२२ में यहां के युवकों ने सेना के विरुद्ध आंदोलन किया था । इन आंदोलनों को दबाने के लिए सेना ने युवकों को बंदी बनाया है । गिलगित बाल्टिस्तान आर्थिक संकट का सामना कर रहा है, किंतु सरकार अब भी निधि की आपूर्ति (फंडिंग) नहीं कर रही है ।
३. गिलगित-बाल्टिस्तान प्रांत को केंद्र द्वारा प्रदान की जानेवाली धनराशि पर बडी मात्रा में निर्भर रहना पडता है । विगत काल में इसकी पूर्ति न होने से वहां समस्याएं बढ गई हैं ।