‘लश्कर-ए-खालसा’ नामक खालिस्तानी आतंकवादी संगठन के द्वारा भाजपा के नेताओं को दल छोडने की धमकी !
जिहादी आतंकवाद के साथ अब खालिस्तानी आतंकवाद बढ रहा है । इसकी ओर सरकार को गंभीरतापूर्वक देखकर उसकी जडें दृढ होने से पूर्व ही उन्हें नष्ट करना आवश्यक है !
जिहादी आतंकवाद के साथ अब खालिस्तानी आतंकवाद बढ रहा है । इसकी ओर सरकार को गंभीरतापूर्वक देखकर उसकी जडें दृढ होने से पूर्व ही उन्हें नष्ट करना आवश्यक है !
अमेरिका के एक न्यायालय ने अमेरिका के ‘मरीन’ (नौसेना जैसे कार्य करने वाले ) सेना में भर्ती होने वाले सिक्खों को दाढी रखने एवं पगडी पहनने की अनुमति दी है ।
‘‘भारत वीर एवं बलिदानियों की भूमि है । यहां धर्म की रक्षा के लिए सिख गुरुओं ने बलिदान दिया । राजस्थान में राजपूत स्त्रियों ने जोहार कर स्वयं को अग्नि में झोंक दिया । छत्रपति संभाजी महाराज ने ४० दिन तक औरंगजेब के अत्याचार सहन किए; पर धर्म-परिवर्तन नहीं किया ।
ब्रिटेन, कैनडा तथा अमेरिका देशों के पश्चात अब यदि आस्ट्रेलिया में खालिस्तानी कार्यवाहियां बढती हैं, तो यह भारत के लिए निश्चित रूप से संकटदायी है !
पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है, तभी से खालिस्तानी आतंकवादियों की गतिविधियों में बडी मात्रा में वृद्धि हुई है । यह देखते हुए केंद्र सरकार को अब कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !
खालिस्तानी आतंकवादी कार्यवाहियां केवल पंजाब तक सीमित नहीं रहीं, तो पडोसी हरियाणा में ही इन आतंकवादियों की कार्यवाहियां चालू हैं, यह इससे दिखाई देता है । इसलिए अब केंद्र सरकार ने कठोर कदम उठाने की आवश्यकता है !
अन्य धर्मियों के धार्मिक स्थल बलपूर्वक हथिया कर उसकी मस्जिद बनाने का मुसलमानों का इतिहास होने के कारण वर्तमान में भी वे वैसा ही कर रहे हैं । यह मानसिकता हमेशा के लिए नष्ट करने के लिए संपूर्ण विश्व को इसके विरोध में खडे होने की आवश्यकता है !
धर्मांतरण की घटनाएं रोककर ईसाई मिशनरियों पर कार्यवाही होने के लिए केंद्र सरकार को अब तो धर्मांतरणविरोधी कानून बनाना आवश्यक है !
भारत के सिखों पर अत्याचार होने का शोर करने वाले खालिस्तानवादी पाक में सिखों पर बार-बार होने वाले अन्याय के विरोध में एक शब्द भी नहीं निकालते । इससे इन खालिस्तानवादियों का कथित सिख प्रेम ध्यान में आता है !
‘सिक्ख-मुस्लिम भाई-भाई’ कहनेवाले खलिस्तानवादी इस विषय में चुप क्यों ?