(और इनकी सुनिए…) ‘एक दिन सभी सिखों को मुसलमान बनाएंगे !’- मौलाना मोहम्मद सुलेमान
इस विषय पर खालिस्तानवादी मौन क्यों ? पाकिस्तान की सहायता से भारत में खालिस्तानी कार्यवाहियां करने वाले खालिस्तानवादियों को धर्मांध मुसलमान अधिक समीप के लगते हैं क्या ?
इस विषय पर खालिस्तानवादी मौन क्यों ? पाकिस्तान की सहायता से भारत में खालिस्तानी कार्यवाहियां करने वाले खालिस्तानवादियों को धर्मांध मुसलमान अधिक समीप के लगते हैं क्या ?
स्वतंत्र पाकिस्तान बनने के उपरांत आज उनकी क्या स्थिति बन गई है, इसे पाकिस्तान से सहायता लेकर खालिस्तान की मांग करनेवालों को ध्यान में रखना होगा !
इससे यही दिखाई देता है कि, ‘पंजाब में खालिस्तानी समर्थकों की सक्रीयता कैसे बढ रही है ?’ तो भी राज्य तथा केंद्र सरकार इसके प्रति गंभीर हैै ऐसा नहीं लगता, ऐसा चित्र है । अब यहां प्रश्न निर्माण होता है कि, ‘पिछला इतिहास देखते हुए कोई बडी घटना होने के उपरांत ही सरकार जागेगी क्या ?’
चूंकि भारत सरकार ने समय रहते कनाडा, अमेरिका तथा ब्रिटेन जैसे देशों में खालिस्तानियों को नहीं रोका, इसलिए अब ऑस्ट्रेलिया में भी वे हिन्दुद्वेषी कृत्य करने का दुःसाहस करने लगे हैं । अब भारत को सर्वत्र के हिन्दुओं की रक्षा के लिए कठोर कदम उठाना आवश्यक !
कनाडा में खालिस्तानियों का बोलबाला होकर उन्हें वहां की सरकार से संरक्षण प्राप्त है । इस ओर भारत सरकार ने विशेष ध्यान देकर ऐसी घटना रोकने के लिए और खालिस्तानियों पर लगाम कसने के लिए विश्व स्तर पर प्रयास करना होगा !
इस्लाम की त्रुटियां वैचारिक स्तर पर आगे आने पर आज पूरे विश्व से इस्लाम का विरोध हो रहा है । जिस प्रकार कूटनीति का उपयोग कर खालिस्तानी आंदोलन कठोरता से तोड डालना चाहिए, साथ ही यहां के सिखों का भी वैचारिक प्रबोधन किया जाना चाहिए !
पंजाब में खालिस्तानियों की हलचल दिनोंदिन बढती जा रही है । कल को इस कारण बडी हानि होने के पहले ही केंद्र सरकार ने कठोर कदम उठाकर उसे मसलना आवश्यक है !
२९ जनवरी को खालिस्तानियों द्वारा भारतीयों पर किये गये आक्रमण के संबंध में ऑस्ट्रेलिया के गृह मंत्री क्लेयर ओ’नील को एक निवेदन दिया गया ।
कनाडा में खालिस्तानियों की अभी तक की कार्यवाहियों को देखते हुए उनकी ओर से ही इस आक्रमण को नकार नहीं सकते ! कनाडा सरकार का भी उन्हें गुप्त समर्थन होने से यह घटना न रुकने की संभावना होने से भारत सरकार को ही अब इस संबंध में विशेष प्रयास करना आवश्यक है !
सिक्खों का पैसा उन्हीं के लिए खर्च किया जाए ! – कमेटी के पूर्व अध्यक्ष हरविंदर सिंह सरना