हिन्दुद्वेषी सामाजिक कार्यकर्त्री तीस्ता सीतलवाड को बंदी बनाने से अंतरिम राहत

१ जुलाई की रात को देर से हुई सुनवाई में सर्वोच्च न्यायालय के ३ न्यायमूर्ति के खंडपीठ ने हिन्दुद्वेषी सामाजिक कार्यकर्त्री तीस्ता सीतलवाड को अंतरिम जमानत सम्मत की है ।

फ्रान्स में हिंसा जारी है : १३०० से अधिक नागरिकों को बंदी बनाया

यातायात के नियमों का उल्लंघन करनेवाले एक १७ वर्षीय अल्प आयु के लडके पर पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में उसकी मृत्यु हो गई । इस घटना से फ्रान्स में भडकी हिंसा अभी तक जारी है ।

योगी आदित्यनाथ को फ्रांस भेजने पर २४ घंटे में सब कुछ ठीक हो जाएगा !

फ्रांस में हुई हिंसा पर यूरोप के एक ईसाई डॉ. की मांग !

गुजरात दंगों के ३५ हिन्दुओं की २० वर्षों के उपरांत निर्दोष मुक्तता !

ढोंगी धर्मनिरपेक्ष प्रसारमाध्यम और संगठनों के दबाव के कारण हिन्दुओं को अनावश्यक ही मुकदमों का सामना करना पडा ! – न्यायालय की टिप्पणी

हिंसा रोको, अन्यथा परिणामों का सामना करो !

मुख्य मंत्री बिरेन सिंह ने आगे कहा, ‘मैं सशस्त्र मैतेई लाोगों को आवाहन करता हूं कि वे किसी पर भी आक्रमण न करें तथा शांति बनाए रखें, तभी राज्य की स्थिति पूर्ववत हो सकती है ।

जुनागड (गुजरात) में अनधिकृत दरगाह गिराने की नोटिस देने पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा हिंसाचार !

‘चोरी और सीना जोरी !’ इससे ध्यान में आता है कि इन उद्दंड धर्मांधों को अनधिकृत निर्माणकार्य करने पर भी कानून का कोई भय नहीं ! अनधिकृत निर्माणकार्य करते समय ही कार्यवाही क्यों नहीं की गई, इसकी भी छानबीन करने की आवश्यकता है !

मणिपुर में कुकी ईसाइयों ने केंद्रीय राज्य मंत्री राजकुमार रंजन के घर को आग लगाकर भस्म कर दिया !

विगत १ माह से निरंतर ईसाइयों द्वारा की जा रही हिंसा हिन्दू राष्ट्र की निर्मिति को अपरिहार्य करता है !

मणिपुर में ईसाई कुकी आतंकियों द्वारा किए गए आक्रमण में ९ लोगों की मौत !

कुकी आतंकवादियों पर कार्रवाई करने के लिए केंद्र सरकार को कडे कदम उठाने आवश्यक !

तृणमूल कांग्रेस के २ दलों ने १०० स्थानों में एक-दूसरे पर बम फेंकें !

एक-दूसरे पर बम फेंककर हिंसा करनेवाली पार्टी राज्य में यदि सत्तारूढ है, तो यह लोकतंत्र के लिए कलंक ! स्वयं को लोकतंत्र के सेवक समझनेवाले अब तृणमूल कांग्रेस कर रही इस हिंसा के संदर्भ में क्यों नहीं बोलते ?

मणिपुर में अभी तक ९०० हथियार नियंत्रण में

अभी तक कुल ९०० हथियार तथा ११ सहस्र ५१८ जीवित कारतुस नियंत्रण में लिए गए हैं । नियंत्रण में लिए अधिकांश हथियार स्वयंचलित (ऑटोमेटिक)हैं ।