देहली विश्वविद्यालय में विद्यार्थी की चाकू से हत्या !

देहली की कानून एवं सुव्यवस्था की स्थिति प्रतिदिन बिकट होती जा रही है । इस ओर सरकार को गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है !

बंगाल में केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक के काफिले पर आक्रमण

बंगाल में पंचायत चुनाव की घोषणा होने के दिन से वहां हिंसा चालू हुई है । १७ जून के दिन केंद्रीय मंत्री निशित प्रमाणिक के वाहन काफिले पर आक्रमण किया गया ।

मुंब्रा के शाहनवाज के मोबाईल में मिले ३० पाकिस्तानियों के क्रमांक एवं ई-मेल पते !

इस विषय में राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुंब्रा के विधायक जितेंद्र आव्हाड का क्या कहना है ?

जुनागड (गुजरात) में अनधिकृत दरगाह गिराने की नोटिस देने पर धर्मांध मुसलमानों द्वारा हिंसाचार !

‘चोरी और सीना जोरी !’ इससे ध्यान में आता है कि इन उद्दंड धर्मांधों को अनधिकृत निर्माणकार्य करने पर भी कानून का कोई भय नहीं ! अनधिकृत निर्माणकार्य करते समय ही कार्यवाही क्यों नहीं की गई, इसकी भी छानबीन करने की आवश्यकता है !

हल्द्वानी (उत्तराखंड) में गाय का शोषण करनेवाले मुसलमान युवक को स्थानीय लोगों ने पकड कर उसकी पिटाई की !

ऐसे विकृत वासनांधों को कठोर दंड न होने से ही निरंतर ऐसी घटनाएं हो रही हैं । इसके विरुद्ध कठोर कानून बनाने की आवश्यकता है !

देहरादून में १७ वर्ष की हिन्दू लडकी की मृतदेह लटकी हुई अवस्था में पाई गई !

हिन्दू लडकियों को धर्मशिक्षा देने पर निश्चित ही ऐसे प्रकरणों पर रोक लगेगी !

धर्मांतरण का लालच दिखाकर हिन्दू परिवार पर दबाव डालनेवाले दो पादरियों सहित चार लोगों पर अपराध प्रविष्ट !

धर्मांतरण विरोधी कडा कानून न होने से ही निरंतर ऐसे प्रयास हो रहे हैं, यह ध्यान में लें !

उत्तराखंड में ‘लवजिहाद’ की बढती घटनाओं के पीछे केरल का संबंध !

‘लवजिहाद’ का आरोपी केरल जाकर आने की बात स्पष्ट !
‘लवजिहाद’ के पीछे बडा षड्यंत्र होने की संभावना !

भाजपा महिला नेता की मुसलमान प्रेमी कांग्रेस नेता हसनूर इस्लाम द्वारा हत्या !

लव जिहाद का यह भयावह रूप नष्ट करने के लिए अब तो सरकार को राष्ट्रव्यापी कठोर लव जिहाद विरोधी कानून बनाना चाहिए, ऐसी हिन्दुओं की अपेक्षा !

तृणमूल कांग्रेस के २ दलों ने १०० स्थानों में एक-दूसरे पर बम फेंकें !

एक-दूसरे पर बम फेंककर हिंसा करनेवाली पार्टी राज्य में यदि सत्तारूढ है, तो यह लोकतंत्र के लिए कलंक ! स्वयं को लोकतंत्र के सेवक समझनेवाले अब तृणमूल कांग्रेस कर रही इस हिंसा के संदर्भ में क्यों नहीं बोलते ?