Haveri Waqf Board Land Jihad : हावेरी (कर्नाटक) में हिन्दुओं के मंदिर वक्फ बोर्ड नियंत्रणमें लेने को लेकर तनाव
वक्फ कानून निरस्त करना कितना आवश्यक हो गया है, यह प्रतिदिन सामने आनेवाली ऐसी घटनाओं से तीव्रता से प्रतीत हो रहा है ।
वक्फ कानून निरस्त करना कितना आवश्यक हो गया है, यह प्रतिदिन सामने आनेवाली ऐसी घटनाओं से तीव्रता से प्रतीत हो रहा है ।
जमीर अहमद खान द्वारा किया गया वक्तव्य बिल्कुल यथार्थ है । दोनों का उद्देश्य एक ही है । सरकारनियंत्रित हिन्दू धर्मादाय संस्था हिन्दुओं के मंदिरों को मिले देवनिधि में हेराफेरी करती हैं, जबकि वक्फ बोर्ड हिन्दू मंदिर तथा हिन्दुओं की संपत्ति स्वयं की संपत्ति हाेने का दावा करता है ।
राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने ‘अदृश्य लोग-उम्मीद और साहस की कहानियाँ’ नामक पुस्तक शालेय अभ्यासक्रम में सम्मिलित की थी ।
क्रोधित होने पर हिन्दू कानून अपने हाथ में लेते हैं; लेकिन लव जिहाद की घटनाएं नहीं रुक रही हैं । क्योंकि हिन्दू लड़कियों को धार्मिक शिक्षा नहीं मिलती, उन्हें अपने धर्म पर गर्व नहीं होता तथा वे मुसलमानों के झूठे प्रेम में पड़ जाती हैं !
लगभग सभी मंदिरों से धर्मार्थ सहायता एवं हिन्दू लोगो द्वारा संचालित नगरपालिका चिकित्सालयो से सहायता अधिकांश मुसलमानों द्वारा ली जा रही है तथा कट्टर मुसलमान आज हिन्दुओं के विरुद्ध हर तरह के जिहाद कर के हिन्दुओंकी समस्या बढा रहे हैं !
क्या यह भारत है अथवा बांग्लादेश है जो हिन्दुओं को दिवाली पर रोशनी नहीं करने देता ! महाराष्ट्र पुलिस कोई कार्यवाही करेगी अथवा नहीं ?
ऐसे आरोपियों को शरीयत कानून के अनुसार सजा देने की कोई मांग करे, तो आश्चर्य न हो !
केंद्र में भाजपा की सरकार है । उसे देश के प्रत्येक घुसपैठिये को देश से निकाल देना चाहिए तथा प्रतिदिन इनकी अंकवारी जनता को देनी चाहिए; परंतु ऐसा कुछ होते दिखाई नहीं देता !
एक संत को ऐसी मांग करनी पडती है, अर्थात परिस्थिति गंभीर है । राज्य तथा केंद्र में भाजपा की सरकार होने से इस प्रकरण में गंभीरता से उचित निर्णय लेने की आवश्यकता है, अन्यथा हिंदुओं के धार्मिक स्थल पर बांग्लादेश समान परिस्थिति उत्पन्न होने की संभावना है !
आज विश्व भर में आतंकवाद के लिए जिहादी आतंकवादियों को ही उत्तरदायी ठहराया जा रहा है।