Assam STF Arrests 8 JIHADIS : राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आर.एस.एस.) और अन्य हिन्दू संगठनों के नेताओं की हत्या के षड्यंत्र का खुलासा

  • असम पुलिस ने देशभर से ८ जिहादी आतंकवादियों को बंदी बनाया।

  • इनमें २ बांग्लादेशी आतंकवादी सम्मिलित हैं।

असम पुलिस ने देशभर से ८ जिहादी आतंकवादियों को बंदी बनाया

गुवाहाटी (असम) – असम स्पेशल टास्क फोर्स ने बंगाल पुलिस और केरल पुलिस के साथ मिलकर ‘ऑपरेशन प्रगति’ के अंतर्गत ८ आतंकवादियों को बंदी बनाया। ये सभी हिंदू नेताओं की हत्या का षड्यंत्र रच रहे थे। बंदी आतंकवादियों के नाम हैं :

१. मोहम्मद साब शेख

२.  मीनारुल शेख

३.  अब्बास अली

४.  नूर इस्लाम मंडल

५.  अब्दुल करीम मंडल

६.  मोजीबर रहमान

७. हमीदुल इस्लाम

८.  इनामुल हक

इनमें साब शेख और अब्बास अली बांग्लादेशी नागरिक हैं। अब्बास को पहले भी फर्जी पासपोर्ट मामले में बंदी बनाया गया था।

पुलिस का खुलासा :

१. असम पुलिस के विशेष पुलिस महानिदेशक हरमीत सिंह ने बताया कि इस्लामी कट्टरपंथी बंगाल के मुर्शिदाबाद और फलाकाटा में आपस में मिले थे।

२. इन बैठकों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और अन्य हिंदू संगठनों के नेताओं की हत्या कर धार्मिक उन्माद फैलाने और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की साजिश रची गई थी। लेकिन, पुलिस को समय पर इसकी सूचना मिल गई। इसके बाद देश के विभिन्न हिस्सों में टीमें भेजी गईं और छापेमारी कर इन्हें बंदी बनाया गया। उनके पास से कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद किए गए हैं।

३. आतंकवादी संगठनों से संबंध: बंदी आतंकवादी केरल और बंगाल में रहकर मोहम्मद फरहान इसराक के लिए काम कर रहे थे। इसराक के अल-कायदा के आतंकवादियों से संबंध हैं। साथ ही, वह ‘अंसारुल्लाह बांग्ला टीम’ के प्रमुख जसीमुद्दीन का करीबी भी है।

संपादकीय भूमिका 

देश में मुसलमान नहीं, बल्कि हिन्दू और उनके नेता असुरक्षित हैं। क्या किसी मुस्लिम नेता की हत्या के षड्यंत्र में कभी किसी को बंदी बनाया गया है ?