तृणमूल कांग्रेस के नेता अनारूल हुसैन ही मुख्य सूत्रधार ! – सीबीआई
राज्य के बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की हत्या होने के उपरांत २१ मार्च की रात उनके समर्थकों ने तोडफोड की, साथ ही आग लगाकर हिंसा की, जिसमें १० लोग जलकर मर गए थे ।
राज्य के बीरभूम जिले में तृणमूल कांग्रेस के नेता भादू शेख की हत्या होने के उपरांत २१ मार्च की रात उनके समर्थकों ने तोडफोड की, साथ ही आग लगाकर हिंसा की, जिसमें १० लोग जलकर मर गए थे ।
जिस प्रकार से कि किसानों ने अनेक महिनोंतक आंदोलन किया और उसके कारण सरकार को ३ कृषि कानून रद्द करने पडे, उसी प्रकार हिन्दुओं को सरकार पर भारत को हिन्दू राष्ट्र घोषित करने के लिए दबाव बनाना पडेगा ।
कश्मीर में १९९० से केवल हिन्दुओं को लक्ष्य बनाकर उन्हें मार डाला जा रहा है और उन्हें भागने के लिए विवश किया जा रहा है, यह जिहाद नहीं है तो क्या है ?
वर्ष २०१६-१७ में जिस प्रकार जिहादी आतंकवादी सूची बनाकर पुलिसकर्मियों को मार रहे थे, उसी प्रकार अब उनके द्वारा हिन्दू सरकारी कर्मचारियों की सूची बनाकर उन्हें लक्ष्य करने की संभावना है ।
आतंकवादियों द्वारा एक के बाद एक हिन्दुओं की हत्याओं को देखकर यह स्पष्ट है कि उन्होंने हिन्दुओं तथा सरकार के विरुद्ध सीधे युद्ध की घोषणा की है ! क्या सरकार अब जिहादियों को मात देगी ? या क्या यह ऐसे ही आरंभ चलता रहेगा ?
कश्मीर में चाहे कितने भी आतंकवादियों को मार गिराओ, परंतु पाकिस्तान में उनकी निर्मिति का कारखाना शुरू ही रहने के कारण, कश्मीर का आतंकवाद पाक को नष्ट किए बिना समाप्त नहीं होगा, यही वास्तविकता है !
कुपवाड के जुमागुंड गांव मे घुसखोरी करने का प्रयत्न कर रहे ३ आतंकवादियों को सुरक्षाबलोंने मार गिराया । ये तीनों आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी थे । इसके पूर्व २५ मई के दिन जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकवादी मारे गए थे ।
विश्व में हर जगह यह कहकर कि पैगंबर मुहम्मद या कुरान का अपमान किया गया था, मुसलमानों की भीड कानून को अपने हाथ में ले लेती है तथा अपमान करनेवालों के जीवन को समाप्त कर देती है । कानून की अवहेलना एवं क्रूर ढंग से हत्या करने की यह मानसिकता समाज के स्वास्थ्य के लिए संकटमय है !
वर्ष १९८९ के बाद आज भी कश्मीर में हिन्दुओं को ऐसी धमकियां मिल रही हैं, यह अभी तक की सभी पार्टियों की सरकारों के लिए लज्जास्पद !
हमेशा पाक के तलवे चाटकर भारत का विरोध करनेवाले खालिस्तानवादी पाक में सिखों की बार-बार होनेवाली हत्याओं के संबंध में चुप बैठते हैं ! इससे ऐसे लोगों को सिखों से कितना प्रेम है, यह उजागर होता है !