नई देहली – ‘कश्मीर में चुन-चुनकर हिन्दुओं को मारा जा रहा है’, इस पृष्ठभूमि पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व पुलिस संचालक एस.पी. वैद ने जानकारी दी है, ‘वर्ष २०१६-१७ में जिस प्रकार जिहादी आतंकवादी सूची बनाकर पुलिसकर्मियों को मार रहे थे, उसी प्रकार अब उनके द्वारा हिन्दू सरकारी कर्मचारियों की सूची बनाकर उन्हें लक्ष्य करने की संभावना है । आतंकवादियों की सूची में सरकारी कर्मचारियों के नाम, पता, उनके कार्यालय का पता, पद आदि सर्व प्रविष्टियां हो सकती हैं । आतंकवादियों को स्थानीय लोग भी सहायता करते होंगे । आतंकवादी इन स्थानीय लोगों की बुद्धि भ्रमित कर स्वयं के काम के लिए प्रयोग करते होंगे ’ ।
निराश पाकिस्तान द्वारा पुनः षड्यंत्र !
एस.पी. वैद ने कहा ‘हत्या-मालिका से कश्मीर के हिन्दू एवं बाहर से आए मजदूरों में भय का वातावरण निर्मित हुआ है । वे अपने राज्यों में वापस जा रहे हैं । इन हत्याओं के पीछे आतंकवादियों का उद्देश्य भी यही था कि वे कश्मीर से वापस चले जाएं । ऐसे आक्रमणों के पीछे निराश पाकिस्तान एवं उसका गुप्तचर संगठन आइ.एस.आइ. सिम्मिलित हैं । राज्य की धारा ३७० हटाने के पश्चात आतंकवाद अल्प होने के कारण पाक निराश हो गया था । इसलिए वह सामान्य नागरिकों को लक्ष्य बना रहा है । परंतु हमारी पुलिस एवं सेना आतंकवादियों का सामना करने में सक्षम हैं । जिन लोगों पर जिहादी आतंकवादी आक्रमण कर सकते हैं, उनके द्वारा ऐसे लोगों को बनाई सूची ढूंढ निकालने की आवश्यकता है । उस सूची के लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाना संभव हो तथा आतंकवादियों को ढूंढकर उन्हें मार डालने के अभियान को उचित गति देनी होगी’ ।
सम्पादकीय भूमिकास्थानीय नागरिक आतंकवादियों की सहायता करते हैं, ऐसी संभावना ! |