बर्फ के शिवलिंग के रूप में भगवान शिव का अस्तित्व दर्शानेवाली अमरनाथ गुहा !
अमरनाथ स्थित गुहा में बर्फ का शिवलिंग निर्मित होता है । इस गुहा में भगवान शिव ने देवी पार्वती को इस गुहा में अमरत्व का ज्ञान दिया था । इसलिए इस गुहा का महत्त्व है ।
अमरनाथ स्थित गुहा में बर्फ का शिवलिंग निर्मित होता है । इस गुहा में भगवान शिव ने देवी पार्वती को इस गुहा में अमरत्व का ज्ञान दिया था । इसलिए इस गुहा का महत्त्व है ।
शिवजी विवाहित दंपतियों के देवता, ‘शक्त्यासहितः शंभुः’ हैं । यदि शक्ति न हो, तो शिव का शव होता है । अन्य देवता चूंकि अकेले होते हैं, इसलिए उनकी मूर्तियों में अल्प ऊर्जा उत्पन्न होती है जिससे उनके देवालयों में ठंडक प्रतीत होती है ।
विकार-निर्मूलन हेतु जप प्रतिदिन विकार की तीव्रता अनुसार १ से ६ घंटे तक कर सकते हैं ।
‘देवालय में देवता के दर्शन करते समय हम दोनों हाथ जोडकर भगवान को नमस्कार करते हैं । दोनों हाथों के तलुओं को एक-दूसरे पर रखने से (अर्थात एक-दूसरे को चिपकाकर) जो मुद्रा बनती है, उसे ‘नमस्कार’ कहते हैं ।
‘साधना में मन के स्तर पर होनेवाली अनुचित विचार-प्रक्रिया अधिक बाधक होती है । अंतर्मुखता के अभाव के कारण साधक को अपनी चूकें समझ में नहीं आतीं तथा वे चूकें मन के स्तर की चूकें होने के कारण अन्यों के ध्यान में भी नहीं आतीं ।
संगणकीय सेवा करनेवाले कुछ साधकों को स्वच्छता सेवा अथवा रसोईघर से संबंधित सेवाएं कनिष्ठ स्तर की लगती हैं । उसके कारण वे शूद्र वर्ण की इन सेवाओं को करने में टालमटोल करते हैं ।
‘अब आपातकाल की तीव्रता प्रतिदिन बढती जा रही है । उसके कारण सभी साधकों की व्यष्टि एवं समष्टि साधना नियमित होनी चाहिए ।
‘‘सनातन धर्म ‘हिन्दू राष्ट्र’ का प्राण है । अनादि काल से भारत की राजव्यवस्था सनातन हिन्दू धर्म के सिद्धांतों के अनुसार चल रही थी ।
‘‘भारत एक स्वयंभु हिन्दू राष्ट्र है । संपूर्ण विश्व में किसी भी देश में वहां के बहुसंख्यक समाज के हित को ध्यान में रखकर निर्णय लिए जाते हैं तथा उन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया जाता है; परंतु हमारे देश में बहुसंख्यक समाज के लिए न कोई आयोग है और न ही उनके कल्याण के लिए कोई मंत्रालय है ।
हलाल अर्थव्यवस्था के विषय में उत्तर प्रदेश में बडे प्रमाण पर जागृति हो और यह विषय उत्तर प्रदेश राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी के सज्ञान में लाने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य के पूर्व विधायक श्री. राकेश बघेल से समिति के प्रतिनिधि मंडल ने भेंट की ।