पाटलीपुत्र (बिहार) – ‘‘भारत एक स्वयंभु हिन्दू राष्ट्र है । संपूर्ण विश्व में किसी भी देश में वहां के बहुसंख्यक समाज के हित को ध्यान में रखकर निर्णय लिए जाते हैं तथा उन्हें राजनीतिक संरक्षण दिया जाता है; परंतु हमारे देश में बहुसंख्यक समाज के लिए न कोई आयोग है और न ही उनके कल्याण के लिए कोई मंत्रालय है । इसके विपरीत, देश में लव जिहाद, भूमि जिहाद, धर्मांतरण, लक्ष्यित हत्याएं (टारगेट किलिंग), गोहत्या, मंदिरों का सरकारीकरण, हलाल जिहाद आदि समस्याएं प्रतिदिन बढ रही हैं । हिन्दुओं में बुद्धिभ्रम फैलाकर हिन्दुत्व को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है; इसलिए अब हिन्दुओं को संगठित करने के बिना अन्य कोई विकल्प नहीं है । जिस प्रकार रामसेतु के निर्माण में गिलहरी ने भी अपना योगदान दिया था, उसी प्रकार हमें भी हिन्दू राष्ट्र-स्थापना के कार्य के लिए प्रतिदिन न्यूनतम १ घंटा समय देने का संकल्प लेना होगा ।’’ हिन्दू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक संत सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी ने यहां की हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभा को संबोधित करते हुए ऐसा प्रतिपादित किया ।
हिन्दू जनजागृति समिति द्वारा सैदपुर के दयानंद बालमंदिर विद्यालय, समस्तीपुर के मगरदही में बनारस स्टेट कैप्स तथा पाटलीपुत्र के अनिसाबाद के चित्रगुप्त सभागार, इन तीन स्थानों पर हिन्दू राष्ट्र-जागृति सभाओं का आयोजन किया गया था ।
हिन्दू राष्ट्र की स्थापना हेतु ईश्वरीय अधिष्ठान की आवश्यकता ! – श्रीमती प्राची जुवेकर
किसी भी आंदोलन को सशक्त बनाने के लिए ईश्वरीय अधिष्ठान की आवश्यकता होती है । हिन्दू राष्ट्र आंदोलन के कार्य को गति प्रदान करने हेतु ईश्वर की उपासना अर्थात साधना आवश्यक है । उसके लिए नियमित मंदिर जाना, कुलदेवता का नामस्मरण करना, माथे पर तिलक लगाना जैसे कृत्य करने आवश्यक हैं ।
क्षणिकाएं :
१. सभा में अनेक धर्मप्रेमी उपस्थित थे, साथ ही सभा के उपरांत की बैठक के लिए कुछ धर्मप्रेमी उपस्थित रहे ।
२. सैदपुर की स्पोर्ट्स एकादमी के प्रशिक्षक श्री. अमित सिंह, साथ ही श्री. मोहित मिश्रा ने उनके गांव में धर्मसभा का आयोजन करने की इच्छा व्यक्त की । सत्संग में आनेवाले एक धर्मप्रेमी ने परिचित माध्यम प्रतिनिधियों को भी बुलाया ।