देशद्रोही पत्रकारिता करनेवाले तथा चीन द्वारा पाले गए दलाल पत्रकार !

देश को एक ओर जहां बाळशास्त्री जांभेकर, आगरकर, लोकमान्य टिळक, आचार्य प्र.के. अत्रे आदि पत्रकारों की धरोहर प्राप्त है, वहीं दूसरी ओर आज ‘न्यूजक्लिक’ जैसे एक ‘न्यूज पोर्टल’(वेबसाइट) चीनी उद्योगपतियों से लाखों रुपए की दलाली लेकर भारतविरोधी पत्रकारिता करते हैं ।

हिन्दू, हिन्दुत्व एवं दुर्घटनावश जन्मे (ऐक्सीडेंटली बॉर्न) हिन्दू

हिन्दू धर्म में केवल जन्म लेने से कोई हिन्दुत्वनिष्ठ नहीं हो जाता । हिन्दुत्वनिष्ठ होने के लिए व्यक्ति का केवल जन्म से हिन्दू होना ही पर्याप्त नहीं; अपितु वाणी, विचार एवं आचार से भी उसे हिन्दू होना चाहिए ।

श्रीकृष्ण के आंतरिक सान्निध्य में रहनेवालीं रत्नागिरी की श्रीमती विजया पानवळकर सनातन के १२६ वें संतपद पर हुईं विराजमान !

साधना में निरंतरता, दृृढता तथा श्रीकृष्ण के निरंतर आंतरिक सान्निध्य में रहनेवालीं यहां की सनातन की साधिका श्रीमती विजया वसंत पानवळकर (आयु ८४ वर्ष) सनातन के १२६ वें संतपद पर विराजमान हुईं ।

प्रीति, परिपूर्ण सेवा करना आदि विभिन्न गुणों से युक्त कर्णावती (गुजरात) के श्री. श्रीपाद हर्षे संतपद पर विराजमान !

ईश्वर के निरंतर आंतरिक सान्निध्य में रहनेवाले वडोदरा के सनातन के साधक श्री. श्रीपाद हर्षे (आयु ८९ वर्ष) सनातन के १२७ वें संतपद पर विराजमान हुए ।

हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगळेजी की नेपाल यात्रा

यू ट्यूब चैनल स्वधर्म टी.वी. की ओर से ‘अध्यात्म’ विषय पर सदगुरु डॉ. पिंगळेजी से भेंटवार्ता

बच्चों के लालन-पालन से संबंधित चुनौतियों का सामना करने में तथा बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए सनातन के नए ग्रंथ सहायक सिद्ध होंगे ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, हिन्दू जनजागृति समिति

कतरास (झारखंड) यहा सनातन के ‘आदर्श अभिभावक कैसे बनें ?’ इस ग्रंथ का लोकार्पण

सनातन धर्म नष्ट करने का षड्यंत्र ही है धर्मयुद्ध का आरंभ ! – सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति

‘सनातन धर्म को नष्ट करने का षड्यंत्र प्रतिदिन रचा जा रहा है । ‘सर तन से जुदा’ के (सर काटने के) नारे लगाकर भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की गतिविधियां तीव्र गति से चल रही हैं ।

विविध स्थानों पर समाज के धर्मनिष्ठ हिन्दुओं द्वारा सार्वजनिक प्रवचन एवं हिन्दू राष्ट्र-जागृति बैठकों का आयोजन !

झारखंड एवं पश्चिम बंगाल क्षेत्र में हिन्दू जनजागृति समिति के धर्म प्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी का हिन्दू राष्ट्र संपर्क अभियान किया । इस विषय में संक्षिप्त जानकारी हमारे पाठकों के लिए यहां दे रहे हैं ।

‘बिजली के दीप से युक्त प्लास्टिक का दीप’ तथा ‘मोम की ज्योति’ लगाने से वातावरण में नकारात्मक स्पंदन प्रक्षेपित होना; परंतु इसके विपरीत ‘तिल का तेल तथा रुई की बाती डालकर प्रज्वलित किए गए मिट्टी के पारंपरिक दीप’ के प्रभाव से वातावरण में सकारात्मक स्पंदन प्रक्षेपित होना

बिजली के दीप से युक्त दीप तथा मोम के दीप का उपयोग टालकर तिल के तेल तथा हाथ से बनाई गई रुई की बाती डालकर मिट्टी के दीप प्रज्वलित करना आध्यात्मिक दृष्टि से लाभकारी है ।

करवा चौथ

विवाहित स्त्रियां इस दिन अपने पति की दीर्घ आयु एवं स्वास्थ्य की मंगलकामना कर भगवान रजनीनाथ को (चंद्रमा) अर्घ्य अर्पित कर व्रत का समापन करती हैं ।