
महाशिवरात्रि का उत्सव हर्षाेल्लास के साथ मनाएं । भगवान शिवजी की नियमित रूप से पूजा-अर्चना करें । शिवलिंग पर दूध चढाएं तथा गोशाला को दान दें । गायों का संवर्धन करें तथा इसपर आपत्ति जतानेवालों का समर्थता के साथ विरोध करें । इस प्रकार विरोध करना भी वर्तमान काल की शिवजी के मारक रूप की उपासना है । आशीर्वाद देनेवाले शिवजी की तारक रूप की उपासना करने के साथ ही मारक उपासना कर भगवान शिव को प्रसन्न करने हेतु हम प्रयासरत रहेंगे !
– सद्गुरु नीलेश सिंगबाळजी, धर्मप्रचारक, हिन्दू जनजागृति समिति