द्रमुक के नगरसेवक एवं उनके सहायक की पिटाई से सैनिक की मौत !
सत्ताधारी पार्टी के नगर सेवक के इस कृत्य से राज्य में कानून एवं सुव्यवस्था की स्थिति ध्यान में आती है ! ऐसे जन प्रतिनिधि वाले द्रमुक पर प्रतिबंध लाना ही होगा !
सत्ताधारी पार्टी के नगर सेवक के इस कृत्य से राज्य में कानून एवं सुव्यवस्था की स्थिति ध्यान में आती है ! ऐसे जन प्रतिनिधि वाले द्रमुक पर प्रतिबंध लाना ही होगा !
क्या ऐसा साहस द्रमुक सरकार ने चर्च अथवा मस्जिद में किया होता ? प्राचीन स्मारकों को हानि पहुंचाने के कारण सरकार के विरोध में अपराध प्रविष्ट कर संबंधित लोगों को दंड होने के लिए हिन्दुओं को प्रयास करना आवश्यक है !
कोईंबतूर में कोट्टई ईश्वरम् मंदिर के पास २३ अक्टूबर को एक चौपहिया वाहन में हुए विस्फोट में क्या आतंकियों का हाथ हो सकता है ?, इस दिशा में तमिलनाडू पुलिस जांच कर रही है ।
ए. राजा सत्ताधारी पार्टी के सांसद होने तथा उनके हिन्दूद्वेषी वक्तव्य के कारण पुलिसकर्मियों ने उन पर कार्यवाही नहीं की; परंतु यदि उन्होंने अन्य धर्मियों के विरुद्ध कुछ कहा होता, तो अवश्य ही कार्यवाही होता, इससे यही ध्यान में आता है !
द्रमुक के सत्ता में आने के दिन से तमिलनाडु के अलगाववादी और हिन्दू विरोधी अभियानों को गति मिली है और इसे सरकार की ओर से समर्थन मिल रहा है, यह भी उतना ही सत्य है !
स्वयं को नास्तिकतावादी कहलवाने वाली द्रमुक सरकार नास्तिक न होकर ईसाइयों की चमचागीरी करने वाली और हिन्दू विरोधी सरकार है, यही इससे ध्यान में आता है !
सत्तारूढ़ द्रमुक सांसद कन्निमोल्ली के करीबी विश्वासपात्र पादरी जेगथ जसपर राज ने एक भड़काऊ वक्तव्य दिया है कि “मुसलमानों को भारत का दूसरा विभाजन करने का प्रयत्न करना चाहिए”।
आगम शास्त्र का अध्ययन करनेवाला ब्राह्मण बन जाता है । वर्णाें की अवधारणा को जानने के लिए गीता का अध्ययन करें । भगवान श्रीकृष्ण के अनुसार, वर्ण जाति के आधार पर नहीं, गुणों पर आधारित हैं ।
तमिलनाडु सरकार द्वारा मंदिरों में गैर-ब्राह्मण पुजारियों की नियुक्ति का प्रकरण !