तमिलनाडु के ऐतिहासिक अरुणाचलेश्वर मंदिर में देवता की मूर्ति के चेहरे पर लगाया सीसीटीवी कैमरा !

भक्तों द्वारा किए विरोध के उपरांत हटाया गया कैमरा !

देवता की मूर्ति के चेहरे पर लगाया सीसीटीवी कैमरा (बाईं ओर) कैमरा हटाने के बाद मूर्ति को नुकसान (दाईं ओर)

तिरुवन्नामलाई ( तमिलनाडु ) – यहां के अरुणाचलेश्वर मंदिर में एक मूर्ति के चेहरे पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया । भाजपा ने इस पर राज्य की द्रमुक (द्रविड मुन्नेत्र कळघम् – द्रविड प्रगति संघ) सरकार पर टिप्पणी की है । भक्तों के विरोध के उपरांत कैमरा हटाया गया ।

इस मंदिर में ५ और ६ दिसंबर के दिन दीपम् उत्सव होने वाला है । इस कालावधि में ३० लाख भक्तों के आने की संभावना है । ६ दिसंबर, १९९२ के दिन बाबरी ढांचा गिराया गया था । इस कारण देश के अधिकांश मुसलमान और निधर्मीवादी यह दिन ‘काला दिवस’ के रुप में मनाते हैं । कानून और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस ने सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर में ५५ सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं । उनमें से एक कैमरा मंदिर के अंदर स्थित ७० फुट ऊंची कट्टई गोपुरम्वरील द्वारपाल की मूर्ति के चेहरे पर लगाया गया । जब भक्तों ने यह देखा, तो उन्होंने इसका विरोध किया । इसके उपरांत कैमरा हटाया गया; लेकिन इन सब गतिविधियों में इस मूर्ति का चेहरा बिगड गया । तदोपरांत अधिकारियों ने मूर्ति के चेहरे पर प्रक्रिया कर उसे ठीक किया ।

उक्त चित्र प्रकाशित करने का उद्देश्य किसी की धार्मिक भावनाएं आहत करना नहीं है । केवल जानकारी के लिए प्रकाशित किया गया है । – संपादक

संपादकीय भूमिका

क्या ऐसा साहस द्रमुक सरकार ने चर्च अथवा मस्जिद में किया होता ? प्राचीन स्मारकों को हानि पहुंचाने के कारण सरकार के विरोध में अपराध प्रविष्ट कर संबंधित लोगों को दंड होने के लिए हिन्दुओं को प्रयास करना आवश्यक है !