रिश्वत लेने की घटना में जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के व्याख्याता महम्मद खालिद मोइन हिरासत में !

इस घटना में महम्मद खालिद मोइन के दो साथी आबिद खान तथा प्रखर पवार को भी सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है । वे दोनों अपराधी नई देहली के ओखला स्थित एक निजी संस्थान में कार्यरत हैं ।

हिजाब के प्रकरण में दुकानें बंद करने का प्रयास करनेवाले पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं पर अपराध प्रविष्ट

सरकार धमकियों के आगे झुकेगी नहीं ! – उच्च शिक्षामंत्री श्री. अश्वथ नारायण

इंदौर (मध्यप्रदेश) में धर्मांध प्रेमी की सहायता से हिन्दू महिला द्वारा पति की हत्या

धर्मांध की हिंसक वृत्ति को देखते हुए हिन्दू महिला ऐसी क्रूरता धर्मांध के कारण ही कर सकी, ऐसा कहना कुछ गलत है क्या ?

मुजफ्फरनगर (उत्तरप्रदेश) में धर्मांधों ने हिन्दू परिवार के सदस्यों को घर में घुस कर मारा

मुजफ्फरनगर के सुभाषनगर क्षेत्र में हुई एक मामूली घटना में धर्मांधों ने एक हिन्दू परिवार के सदस्यों को घर में घुसकर मारा । इस कारण यह परिवार घर बेचकर पलायन करने का वक्तव्य करने का एक वीडियो सामाजिक माध्यम द्वारा प्रसारित हुआ है ।

गोल्डबर्ग का अपराध !

अमेरिकी समाज पर अभिव्यक्ति स्वतंत्रता एवं व्यक्ति स्वतंत्रता की बहुत दृढ पकड होते हुए भी गोल्डबर्ग के प्रसंग में कोई भी उनका पक्ष लेने नहीं आया । ऐसा क्यों हुआ ? ‘ज्यू का वंशविच्छेद, धार्मिक नहीं था, अपितु वांशिक था । इतना भी गोल्डबर्ग को कैसे पता नहीं ?’, ऐसा ही सुर अमेरिकी समाज के अनेक लोगों ने आलापा ।

बलात्कार पीडिता पर अन्याय करनेवाला गुवाहाटी उच्च न्यायालय का निर्णय !

सच में तो घृणास्पद अभियोगवाले अभियुक्त को प्रतिभू न मिले तथा उसे अधिक से अधिक कडा दंड मिले, इसके लिए शासन आगे आए और सर्वाेच्च न्यायालय में जाकर पीडिता के अधिकारों की रक्षा करे ।

अलीगढ (उत्तर प्रदेश) के मदरसे में, ६ वर्ष के बच्चे को लोहे की जंजीर से बांधने की घटना उजागर !

यहां के एक मदरसे में ६ वर्ष के बच्चे को लोहे की मोटी जंजीर से बांधने तथा ४ बच्चों के हाथों में हथकडी लगाए जाने का वीडियो सामाजिक माध्यमों पर प्रसारित हो गया है ।

कोरोना प्रतिबंधक टीके फेंकने के प्रकरण में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का गंभीर दृष्टिकोण !

प्रतिभू (जमानत) आवेदन का विरोध करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बताया कि २ विशेषज्ञ डॉक्टरों ने इस प्रकरण की जांच की है । इस जांच में पाया गया कि परिचारिका ने जानबूझकर कोरोना की बहुमूल्य २९ डोस फेंकी है ।

अलगाववादी नेता सैयद गिलानी का शव पाकिस्तानी झंडे में लपेटने के कारण अपराध प्रविष्ट !

देशभक्तों को लगता है, कि सरकार को केवल अपराध प्रविष्ट न कर, ऐसे लोगों को तत्काल बंदी बनाकर, उन्हें मृत्युदंड देने का प्रयत्न करना चाहिए !