‘किलों का रूपांतरण दर्गाह में न हो’; इसके लिए हिन्दुओं को संगठित होकर कार्य करना आवश्यक ! – मनोज खाडये, समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य, हिन्दू जनजागृति समिति

गढ-किलों का महत्त्व केवल ऐतिहासिक नहीं है, अपितु वो हमारी संस्कृति के धरोहर हैं । उनसे हमें धर्म और राष्ट्र का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है; परंतु पुरातत्व विभाग की उपेक्षा के कारण षड्यंत्र रचकर किलों का इस्लामीकरण किया जा रहा है ।

गोमूत्र छिडकने से भूतबाधा एवं वास्तुदोष दूर होते हैं ! – उत्तरप्रदेश के मंत्री धरमपाल सिंह

गाय से हमें दूध, दही, घी, गोबर और गोमूत्र, इस प्रकार ५ पदार्थ मिलते हैं । गाय के गोबर में श्रीलक्ष्मी, तो गोमूत्र में गंगामैया का वास है ।

असम की बांग्लादेश सीमा पर गोवंश की तस्करी करनेवालों द्वारा सीमा सुरक्षा बल के सैनिकों पर आक्रमण

गोवंश की तस्करी करनेवाले कल तक गोरक्षक और पुलिस पर आक्रमण करते थे, अब वे सैनिकों पर भी आक्रमण करने का साहस कर रहे हैं । यह देखते हुए ऐसे लोगों को फांसी का ही दंड देने का कानून बनाना आवश्यक है !

भोपाल में गोशाला के पास मिले १०० से अधिक गायों के मृतदेह 

गोशाला की ओर से गायों के विषय में इस प्रकार की लापरवाही होती होगी, तो ऐसे संचालकों पर गुनाह प्रविष्ट कर उन्हें कारावास में डालना चाहिए ! साथ ही ऐसा मध्यप्रदेश के अन्य गोशालाओं में तो नहीं होता ? इस ओर देखना चाहिए !

हिमंत बिस्व सरमा की हिम्मत !

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा के अनुसार पुलिस को अधिकार मिले हैं कि वे संदिग्ध गोतस्करों में घर में प्रवेश कर खोज करने और गोतस्कर द्वारा पिछले ६ वर्षाें में अवैध पशु व्यापार से प्राप्त संपत्ति जप्त कर सकते हैं ।

गोहत्या बंदी कानून और गाय को ‘राष्ट्रीय पशु’ घोषित करें !

ऐसी मांग करनी पडती है ? अभी तक की सरकारों द्वारा गोहत्या बंदी कानून और गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित किया जाना आवश्यक था, ऐसा ही हिन्दुओं को लगता है !

बागपत (उत्तरप्रदेश) के एक गांव में गाय के शरीर पर ‘७८६’ लिखने से तनाव !

हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर भड़काने के लिए धर्मांधों की ओर से ऐसे काम किए जाते हैं । इस विषय में धर्मनिरपेक्षतावादी क्यों नही बोलते ?

जब गाय का कल्याण होगा, तभी जाकर देश का कल्याण होगा ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय

गाय की रक्षा करने का कार्य किसी एक धर्म अथवा पंथ का नहीं है, अपितु गाय भारतीय संस्कृति है । देश में रहनेवाले प्रत्येक नागरिक को, चाहे वह किसी भी धर्म का हो; उसे इस संस्कृति को बचाने का काम करना चाहिए ।

गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित करने के उच्च न्यायालय के निर्णय का स्वागत ! – मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली

यदि ऐसा है, तो ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड संपूर्ण देश के लिए कानून बनाने की मांग क्यों नहीं करते ?

गोमूत्र की सहायता से जलप्रदूषण पर परिणामकारी उपाय !

कोल्हापुर के युवा वैज्ञानिकों द्वारा किया गया विशेषतापूर्ण शोध विश्वस्तर पर ख्यातिप्राप्त ‘नेचर’ नियतकालिक में प्रकाशित !