‘किलों का रूपांतरण दर्गाह में न हो’; इसके लिए हिन्दुओं को संगठित होकर कार्य करना आवश्यक ! – मनोज खाडये, समन्वयक, पश्चिम महाराष्ट्र एवं गुजरात राज्य, हिन्दू जनजागृति समिति
गढ-किलों का महत्त्व केवल ऐतिहासिक नहीं है, अपितु वो हमारी संस्कृति के धरोहर हैं । उनसे हमें धर्म और राष्ट्र का कार्य करने की प्रेरणा मिलती है; परंतु पुरातत्व विभाग की उपेक्षा के कारण षड्यंत्र रचकर किलों का इस्लामीकरण किया जा रहा है ।