जब गाय का कल्याण होगा, तभी जाकर देश का कल्याण होगा ! – इलाहाबाद उच्च न्यायालय

गाय को राष्ट्रीय पशु के रूप में घोषित कीजिए ! – न्यायालय का मत

     प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) – गाय भारतीय संस्कृति का अभिन्न घटक है । अतः गाय को राष्ट्रीय पशु घोषित कर देना चाहिए । गाय को उसके मौलिक अधिकार प्रदान करने हेतु तथा उसे राष्ट्रीय पशु घोषित करने हेतु केंद्र सरकार को संसद में विधेयक लाना चाहिए । गाय को हानि पहुंचानेवालों के लिए कठोर कानून बनाने चाहिएं । जब गाय का कल्याण होगा, तभी जाकर देश का कल्याण होगा । इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने यह मत व्यक्त किया है । उत्तर प्रदेश में लागू गोहत्या बंदी अधिनियम कानून के अंतर्गत अपराध करनेवाले जावेद नाम के आरोपी की जमानत अर्जी अस्वीकार करते समय न्यायालय ने यह मत व्यक्त किया । (गोहत्या बंदी का कानून होते हुए भी उसका उल्लंघन करनेवालों को जमानत तो अस्वीकार ही करनी चाहिए; परंतु उसके साथ ऐसे लोगों को आगे जाकर फांसी का दंड मिलने जैसा प्रावधान किया जाना चाहिए ! – संपादक)

     गाय की रक्षा करने का कार्य किसी एक धर्म अथवा पंथ का नहीं है, अपितु गाय भारतीय संस्कृति है । देश में रहनेवाले प्रत्येक नागरिक को, चाहे वह किसी भी धर्म का हो; उसे इस संस्कृति को बचाने का काम करना चाहिए ।
(३.९.२०२१)